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‘आस्था’ में डूबी संतरानगरी

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नागपुर. एक ओर जहां उपराजधानी में असत्य पर सत्य की विजय का पर्व दशहरा धूमधाम से मनाया गया, वहीं रेशिमबाग में आरएसएस के विजयादशमी शस्त्रपूजन व पथसंचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उपमुख्यमंत्री फडणवीस भी उपस्थित थे।

दुर्गा पूजा पंडालों और मंदिरों  में भी भक्तों का तांता लगा रहा। कोराड़ी मंदिर में भक्तगण सुबह से ही पहुंचने लगे थे। प्रशासन और पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष प्रबंध किए थे। कई मार्गों को बंद कर दिया गया था, जिससे यातायात सुचारू रहा।शाम होते ही दुर्गा विसर्जन की तैयारी जोर पकड़ने लगी। कोरोनाकाल के बाद लोगों में बहुत उत्साह नजर आ रहा था। दीक्षाभूमि पर धम्मचक्र प्रवर्तन दिन के अवसर पर  विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शहर में जगह-जगह भोजनदान कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा।

200 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शुभारंभ

नागपुर में 67वें धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर  राज्य सरकार ने 200 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शुभारंभ किया. इसके लिए नागपुर महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण को अधिकृत एजेंसी के रूप में मंजूरी दी गई है। दीक्षाभूमि के 22.80 एकड़ क्षेत्र को विश्व स्तरीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस की मौजूदगी में कंम्प्यूटर ‘की’ (KEY) दबाकर विकास कार्य का शुभारंभ किया गया. इस अवसर पर राज्य सरकार की ओर से 70 करोड़ रुपये का चेक भी वितरित किया गया. इस दौरान उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि नागपुर शहर देश की अटूट आस्था का केंद्र है। इसलिए बिना किसी निमंत्रण के, बिना किसी के बुलाए लाखों लोग बाबा साहब के लिए इस स्थान पर एकत्रित हो जाते हैं।

बहकावे और उकसावे में न आएं

नागपुर में आयोजित विजयादशमी उत्सव में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आगामी 2024 चुनाव में किसी के बहकावे और उकसावे में न आएं.

दिल्ली में हुए जी20 का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विदेशी मेहमानों के सत्कार को लेकरे पूरी दुनिया में भारत की सराहना हुई है. कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ, मुख्य अतिथि के तौर पर प्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन मौजूद रहे. कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान मोहन भागवत ने युद्ध से लेकर आगामी चुनाव के बारे में जिक्र किया. उन्होंने कहा कि 2024 चुनाव के दौरान किसी के बहकावे और उकसावे में न आएं. सबका अनुभव लेकर ही ‘बेस्ट’ को वोट दें.

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गडकरी की ‘विकास’ से टक्कर

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वेब डेस्क. नागपुर. लोकसभा चुनाव में नागपुर की प्रतिष्ठित सीट पर कांग्रेस हाईकमान ने पूर्व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को चुनौती देते हुए नागपुर शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष तथा पूर्व विधायक विकास ठाकरे को उतार दिया है। नागपुर लोकसभा सीट पर कड़ी टक्कर है। संघ समेत देश की नजरें इस सीट पर गढ़ी हुईं हैं। अब देखना यह है कि क्या गडकरी तीसरी बार चुनकर अपनी हैट्रिक पूरी करेंगे या ठाकरे गडकरी का सपना भंग करके इतिहास रच देंगे? बता दें कि नागपुर लोकसभा में वर्ष 2014 और 2019 में गडकरी ने कांग्रेस नेता विलास मुत्तेमवार और नाना पटोले को पराजित कर विजय हासिल की थी।

असंतुष्ट बिगाड़ सकते हैं ‘खेला’

बताया जाता है कि पार्टी का एक गुट गडकरी के ही खिलाफ काम कर रहा है जबकि कांग्रेस में हाईकमान के आदेश के बाद गुटबाजी करने वाले नेता ठाकरे के नाम पर एक हो गए हैं। इनकी एकता विकासपुरूष को भारी पड़ सकती है। इसके अलावा जातिगत समीकरण भी जीत के लिए महत्वपूर्ण है। कुणबी, तेली, बौध्द और मुस्लिम समाज का गठजोड़ किसी भी प्रत्याशी की हार-जीत तय करेगा।

रामटेक से बर्वे को टिकट

कांग्रेस हाईकमान ने रश्मि बर्वे के फर्जी जाति प्रमाणपत्र के आरोपों के बावजूद रश्मी बर्वे के नाम का घोषणा कर दी है।हालांकि मंगलवार को हाईकोर्ट में उनके मामले पर सुनवाई होनी है। इधर कांग्रेस विधायक राजू पारवे के शिंदे गुट में शामिल होने की चर्चा है जिसका गुट में जमकर विरोध किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो  पूर्व सांसद तुमाने की जगह पारवे को टिकट दिया जा सकता है। संभावना है कि आज यानी रविवार शाम होने वाली बैठक में इसकी घोषणा भी की जा सकती है।

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नागपुरकरों के लिए शेयर ऑटो सुविधा

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महामेट्रो का नए साल का तोहफा

नागपुर. अब नागपुरकरों के लिए मेट्रो स्टेशन तक पहुंचना और यात्रा के बाद गंतव्य तक पहुंचना बहुत आसान हो जाएगा। क्योंकि अब महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने यात्रियों के लिए सोमवार से शेयर ऑटोरिक्शा की व्यवस्था कर दी है। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के  प्रस्ताव को हाल ही में कलेक्टर की अध्यक्षता वाली परिवहन समिति ने मंजूरी दे दी है और नए साल में महामेट्रो द्वारा यह सेवा शुरू की जाएगी। इससे मेट्रो स्टेशन तक पहुंचना और मेट्रो से यात्रा कर गंतव्य तक पहुंचना बहुत सुविधाजनक हो जाएगा। यह नागपुर के लोगों के लिए नए साल का उपहार होगा। महामेट्रो नए साल में यात्रियों के लिए शेयर ऑटो सेवा शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

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कांग्रेस MLA सुनील केदार को झटका

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बैंक घोटाले में 5 साल की सजा, 21 साल बाद आया फैसला

नागपुर. पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता सुनील केदार की मुश्किलें और बढ़ गईं हैं। बहुचर्चित नागपुर जिला बैंक घोटाला मामले में कोर्ट का फैसला आ गया है। नागपुर की विशेष अदालत ने कांग्रेस विधायक सुनील केदार और पांच अन्य को दोषी ठहराया है। जबकि सबूतों के अभाव में तीन अन्य को बरी कर दिया है। इस मामले में केदार को 5 साल की सजा सुनाई गई है। साथ ही 12.50 लाख रुपये का जुर्माना भी लगा है। नागपुर जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (एनडीसीसीबी) घोटाला मामलों की सुनवाई कर रही विशेष अदालत ने शुक्रवार को सावनेर से कांग्रेस विधायक सुनील केदार को 150 करोड़ रुपये के घोटाले में दोषी ठहराया है। घोटाले के अन्य आरोपियों को भी सजा सुनाई गई है। महाविकास अघाडी (एमवीए) सरकार में मंत्री रहे सुनील केदार से जुड़े इस मामले में दो दशक से अधिक समय बाद फैसला आया है।

केदार समेत 11 आरोपी थे मौजूद

 

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ज्योति पेखले-पुरकर की अदालत में दोषियों को सजा सुनाई गई। सुनवाई के दौरान केदार के अलावा अन्य आरोपी भी अदालत में मौजूद थे। जांच एजेंसी की चार्जशीट में केदार और 11 अन्य आरोपियों पर आईपीसी की धारा 406, 409, 468, 471, 120-बी और 34 के तहत आरोप लगाए गए थे। आरोपियों में बैंक के पूर्व महाप्रबंधक अशोक चौधरी, तत्कालीन मुख्य अकाउंटेंट सुरेश पेशकर, महेंद्र अग्रवाल, श्रीप्रकाश पोद्दार, सुबोध भंडारी, कानन मेवावाला, नंदकिशोर त्रिवेदी, अमित वर्मा और मुंबई के स्टॉकब्रोकर केतन सेठ शामिल हैं। हालांकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने अग्रवाल के मामले पर रोक लगाई थी, जबकि मेवावाला फरार है।

क्या है मामला

2002 में जब 150 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया था तब कांग्रेस नेता बैंक के अध्यक्ष थे। सीआईडी के तत्कालीन उपाधीक्षक किशोर बेले इस घोटाले के जांच अधिकारी हैं। जांच पूरी कर उन्होंने 22 नवंबर 2002 को अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी। तभी से विभिन्न कारणों से सुनवाई पूरी नहीं हो सकी और मामला लंबित था।

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