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खासदार सांस्कृतिक महोत्सव – 2023 चे थाटात उद्घाटन
भारत महासत्ता होणार याची प्रतिती देणारा हा महोत्सव : ज्ञानवत्सल स्वामी
नागपूर.संस्कृति,परंपरा, ज्ञानाच्या आधारे भारत देश महासत्ता होईल, महागुरू बनेल, असे जगभरातील विद्वान, तत्वज्ञानी म्हणत आहेत. या संस्कृती, परंपरा व ज्ञानाचे दर्शन घडवणारा हा खासदार सांस्कृतिक महोत्सव त्याची प्रतिती देणारा आहे, असे मत स्वामीनारायण मंदिराचे प्रेरक वक्ते, समाजसुधारक प. पू. ज्ञानवत्सल स्वामी यांनी व्यक्त केले.
केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी यांच्या संकल्पनेतून आकाराला आलेल्या खासदार सांस्कृतिक महोत्सव – 2023 चे उद्घाटन शुक्रवारी स्वामीनारायण मंदिराचे प्रेरक वक्ते, समाजसुधारक प. पू. ज्ञानवत्सल स्वामी यांच्या हस्ते दीपप्रज्वलन करून करण्यात आले. हनुमाननगरातील क्रीडा चौक येथील ईश्वर देशमुख शारीरिक शिक्षण महाविद्यालयाच्या पटांगणावर सुरू असलेल्या या महोत्सवाच्या उद्घाटन कार्यक्रमाला केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी यांच्यासह राज्याचे सांस्कृतिक वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, खा. कृपाल तुमाने, माजी खा. अजय संचेती, आयओसीएलचे ह्युंदाई मोटर्सचे सीएमडी उनसू किम व पुनीत आनंद, महिंद्राचे प्लांट हेड नितीन वैद्य, डॉ. विकास महात्मे, प.पू. प्रेमप्रकाश स्वामी आ. प्रवीण दटके, आ. कृष्णा खोपडे, नागो गाणार, बंटी कुकडे इत्यादी मान्यवरांची उपस्थिती होती.
आज पृथ्वीवर अनेक ठिकाणी मतभेद, मनभेदांमुळे हिंसा, युद्ध होताना दिसत आहेत. ज्या मुल्यांसह आपले ऋषी, महाऋषी जगले तिच मूल्ये जर आत्मसात केली तर जगात शांतता प्रस्थापित होऊ शकते, असे प.पू. ज्ञानवत्सल स्वामी म्हणाले.
या बारा दिवसांच्या सांस्कृतिक महोत्सवामुळे तुमच्या जीवनात सकारात्मक बदल व्हावा, अशी अपेक्षा व्यक्त करताना प. पू. ज्ञानवत्सल स्वामी म्हणाले, आपली संस्कृती ही जीवनात पवित्रता निर्माण करणार असून ती या महोत्सवातून आत्मसात करता आली तर आपल्याला भारतीय संस्कृतीची अनुभूती घेता येईल.
तत्पूर्वी, नितीन गडकरी यांच्या हस्ते प.पू. ज्ञानवत्सव स्वामी यांचा सत्कार करण्यात आला. महाराष्ट्र गीताने महोत्सवाचा प्रारंभ झाला. त्यानंतर, संस्कार भारती, नागपूर प्रस्तुत ‘महाराष्ट्र माझा’ हा 1100 हून अधिक कलाकारांचा सहभाग असलेला महाराष्ट्राची सांस्कृतिक व लोकधारा दर्शविणारा नाट्य, नृत्य व संगीतमय कार्यक्रम पार पडला.कार्यक्रमाचे सूत्रसंचालन बाळ कुळकर्णी यांनी केले तर आभार जयप्रकाश गुप्ता यांनी मानले. रेणुका देशकर यांनी संस्कार भारतीच्या कार्यक्रमाची माहिती दिली.
महोत्सवाच्या सफलतेसाठी खासदार सांस्कृतिक महोत्सव आयोजन समितीचे अध्यक्ष प्रा. अनिल सोले, उपाध्यक्ष प्रा. मधूप पांडे, डॉ. गौरीशंकर पाराशर, अशोक मानकर, दिलीप जाधव, सचिव जयप्रकाश गुप्ता, कोषाध्यक्ष प्रा. राजेश बागडी, सदस्य बाळासाहेब कुलकर्णी, हाजी अब्दुल कदीर, सारंग गडकरी, अविनाश घुशे, संदीप गवई, संजय गुळकरी, रेणुका देशकर,गुड्डू त्रिवेदी, किशोर पाटील, चेतन कायरकर, आशिष वांदिले, भोलानाथ सहारे, अॅड. नितीन तेलगोटे, मनिषा काशीकर कार्यरत आहेत.
भावी पिढीला संस्कारित करण्याचे ध्येय : गडकरी
मनोरंजनासोबतच भक्तीचा जागर हे यंदाच्या खासदार सांस्कृतिक महोत्सवाचे वैशिष्ट्य असून त्यामाध्यमातून आपला इतिहास, संस्कृती, परंपरा यांचे जतन करून नवीन पिढीपर्यंत पोहोचवण्याचे कार्य करण्याचा उद्देश आहे. लोकप्रबोधन, लोकशिक्षण, लोकसंस्कारावर आधारित कार्यक्रमांचे महोत्सवात आयोजन केले जात आहे, असे प्रतिपादन नितीन गडकरी यांनी केले.
छत्रपती शिवाजी महाराज आपले दैवत असून आदर्श राजा, आदर्श पिता, आदर्श शासक कसा असावा, याचे ते मूर्तिमंत उदहारण आहेत. शिवाजी महाराज, प.पू. ज्ञानवत्सल स्वामी सारखे महान प्रेरक वक्ते युवा पिढीच्या मन, आत्मा, शरीरावर संस्कार करतात आणि व्यक्ती निर्माणाचे कार्य घडते, असे करीत आहेत, असे नितीन गडकरी म्हणाले.
गडकरी जनतेच्या हृदयस्थानी : मुनगंटीवार
नितीन गडकरी कर्तृत्ववान, जिज्ञासू, विकासपुरूष आणि अष्टपैलू व्यक्तीमत्व आहेत. देशाच्या हदृयस्थानी जसे झिरो माईलच्या माध्यमातून नागपूर शहर आहे तद्वतच जनतेच्या हृदस्थानी नितीन गडकरी यांचे नाव आहे, अशा शब्दात सुधीर मुनगंटीवार यांनी नितीन गडकरी यांच्या कार्याचे कौतुक केले.
महाराष्ट्राच्या संस्कृतीचे भव्य दर्शन
पोवाडा, वासुदेव आदी लोककला, ढोलताशा, पारंपरिक खेळ अशा संगीत, नृत्य, नाटयाच्या माध्यमातून संस्कार भारती नागपूरच्या 1100 कलाकारांनी महाराष्ट्राच्या संस्कृतीचे भव्य दर्शन रसिकांना घडवले. संकर्षण क-हाडे व श्वेता पेंडसे यांनी संस्कृती, परंपरा व भक्तीचे रंग प्रस्तुत केले. या कार्यक्रमाची संकल्पना कांचन गडकरी व आशुतोष अडोणी यांची होती. याचे संयोजन गजानन रानडे व अमर कुळकर्णी यांनी केले होते तर संगीत संयोजन आनंद मास्टे यांचे होते. यात 250 गायक, 250 वादक, 100 नाट्यकलावंत, 300 नर्तक, 50 पांरपरिक खेळ सादर करणारे कलाकार यात सहभागी झाले होते. 50 पथसंचलन करणारे तसेच 100 लोकांचे ढोलताशा पथकाने कार्यक्रमाला दमदार स्वरूप प्राप्त करून दिले.
आज महोत्सवात
सकाळी 6.30 वाजता : श्री हनुमान चालिसा पठण
सायं. 6.30 वाजता : हरहुन्नरी गायिका श्रेया घोषाल यांची ‘लाईव्ह इन कॉन्सर्ट’
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नागपुर में बर्ड फ्लू की दस्तक
3 बाघों और 1 तेंदुए की मौत, रेड अलर्ट
वेब डेस्क, महाराष्ट्र खबर24.कॉम
नागपुर, 6 जनवरी
संतरानगरी में इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है। राज्य में पहली बार बर्ड फ्लू से हुई बाघों और 1 तेंदुए की मौत ने पूरे वन विभाग को हिलाकर रख दिया। इसलिए सभी चिडियाघरों, ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटरों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। चूंकि यह वायरस हवा से फैलता है, इसलिए संभावना है कि यह इंसानों के लिए भी खतरा हो सकता है।इसीलिए गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर में सभी जंगली जानवरों की जांच और रखरखाव के लिए 6 पशु चिकित्सकों की एक टीम बनाई गई है। नागपुर पशुवैद्यकीय महाविद्यालय के संस्थापक डॉ. शिरीष उपाध्याय के नेतृत्व में पिंजरों में बंद पक्षियों, जंगली जानवरों की जांच की गई। वन्यजीवों और पक्षियों का नमूना लिया गया है।
सैंपल लिए गए
उनकी जांच रेस्क्यू सेंटर की प्रयोगशाला में की जाएगी। ज्ञात हो कि गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर में उपचार के दौरान हुई बाघों और तेंदुए की मौत के बाद उनके नमूने जांच के लिए भोपाल की पशु चिकित्सा प्रयोगशाला भेजे गए थे। रिपोर्ट में बर्ड फ्लू के कारण मौत सामने आने के बाद अब गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर प्रबंधन ने कड़े कदम उठाए हैं। रेस्क्यू सेंटर में पांच प्रजातियों की जांच की गई है।पशुचिकित्सक द्वारा इनके सैंपल भी ले लिए गए हैं। इसमें 12 बाघ, 24 तेंदुए, चील, दो भालू और तोते शामिल हैं। नमूने लेते समय पशुचिकित्सक द्वारा विशेष एहतियात के तौर पर पीपीई किट का उपयोग किया गया। मुख्य वन्यजीव रक्षक डॉ. विवेक खांडेकर ने कहा कि यह पहली बार है कि इस तरह के वायरस से बाघों की मौत हुई है। इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जंगली जानवरों से इंसानों को कोई नुकसान न हो और इसका प्रकोप न हो, इसका विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य में भी विशेष अलर्ट दिया गया है।
रेसक्यू सेंटर जाने पर प्रतिबंध
गोरेवाड़ा प्रोजेक्ट के डिवीजनल मैनेजर शतानिक भागवत ने कहा, “गोरेवाडा रेस्क्यू सेंटर और प्राणी संग्रहालय लिए अलग-अलग पशु चिकित्सक है। इस घटना के पश्चात प्राणी संग्रहालय के डॉक्टरों को रेस्क्यू सेंटर में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं रेस्क्यू सेंटर के डॉक्टरों को भी क्वारंटाइन कर दिया गया है। जंगली जानवरों में बर्ड फ्लू के संक्रमण से बचने के लिए प्राणी संग्रहालय का दौरा करने से लेकर नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।”
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अग्रवाल एकता क्लब ने बनाया पंचांग कैलेंडर
नववर्ष को सांस्कृतिक महोत्सव वर्ष के रूप में मनाया जाएगा
Webdesk, maharashtrakhabar24.com
Nagpur, 30 December
भारतीय अग्रवाल एकता क्लब की 2024 – 25 की टीम ने इस वर्ष को सांस्कृतिक महोत्सव वर्ष के रूप में मनाने का निश्चय किया है. जिसके अंतर्गत अपने सदस्यों को हिंदू त्यौहारों, दैनिक तिथियों के बारे में जानकारी देने हेतु भारतीय अग्रवाल एकता क्लब ने पहली बार पंचांग कैलेंडर बनाया. जिसमें सभी त्योहार को विशेष रूप से राजस्थानी त्योहारों को हाईलाइट किया गया है. अग्र महान विभूतियों की फोटो उनकी जन्म तारीख पर डालकर उनका परिचय समाज को दिया गया है. यह कैलेंडर सभी सदस्यों तक तो पहुंचाया ही जा रहा है, साथ ही अग्रवाल समाज के अन्य लोगों तक भी इसे पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.
उपयोगी एवं आकर्षक कैलेंडर
कैलेंडर की परिकल्पना क्लब के चेयरमैन प्रकाश अग्रवाल, अध्यक्ष गिरीश लिलड़िया, उपाध्यक्ष मुरली महिपाल ने की। सचिव विजय सराफ, कोषाध्यक्ष दीपक अग्रवाल, संयोजक अंबर अग्रवाल, एडवोकेट संजय अग्रवाल, भावेश लिलड़िया, कृष्णा अग्रवाल आदि ने मिलकर इसे एक उपयोगी एवं आकर्षक कैलेंडर का मूर्त रूप दिया.
कैलेंडर की ग्राफिक डिजाइनिंग में विशेष सहयोग नेम कुमार अग्रवाल ने दिया. कैलेंडर बनाने में आर्थिक सहयोग डॉ सौरभ अग्रवाल आशा हॉस्पिटल कामठी, विजय लोहिया, भावेश अग्रवाल साजन प्लास्टिक, भावेन अग्रवाल सेमू प्लास्टिक,संतोष अग्रवाल प्रिया हाइजीन सोल्यूशन,विजय अग्रवाल कल्पना प्लास्टिक, आशीष अग्रवाल प्रिया ट्रेडर्स, आशीष जैन क्रेज़ी किड्स, अभय अग्रवाल आर एस बोरवेल, कृष्णा अग्रवाल नीलेश जनरल, डॉ यश अग्रवाल, चेतन पाड़िया, प्लूटो इलेक्ट्रॉटेक, स्विस ब्यूटी आदि का रहा.
‘स्वागतम 2025’ का आयोजन
संस्था के आगामी प्रोजेक्ट में स्वागतम 2025 मुरारका ग्रुप के सहयोग से 31 दिसंबर को राधा कृष्ण लॉन वर्धा रोड में करने जा रहा है.जिसमें वहां ढेर सारी मस्ती, गेम, DJ के साथ डांस करेंगे. इस प्रोग्राम के चीफ कोऑर्डिनेटर शैलेंद्र अग्रवाल, राजेश गोयल, विशाल अग्रवाल एवं संयोजक पवन एस अग्रवाल, सीए स्वप्निल अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, ललित खेतान, मनोज अग्रवाल और टीम के सभी सदस्य इसे सफल बनाने में मेहनत कर रहे हैं.
संस्था के वाइस चेयरमैन राजेश भोलिका, उपाध्यक्ष सचिन अग्रवाल, सह सचिव सुशील धानुका, सह कोषाध्यक्ष सचिन एस अग्रवाल, PRO राज अग्रवाल सभी पूर्व चेयरमैन अशोक गोयल, राजीव चौधरी, प्रकाश गोयल, नरेंद्र पचेरीवाला, सुभाष अग्रवाल, जगदीश अग्रवाल, अजीत मित्तल, शैलेंद्र अग्रवाल, संदीप छापरिया, वेणुगोपाल अग्रवाल,CA शंभू टेकरीवाल, गोपीकिशन टिबडा, राजेश गोयल, तुषार अग्रवाल, सूर्यकांत अग्रवाल,CA राजेश मोदी, विशाल अग्रवाल, प्रमोद अग्रवाल,संदीप अग्रवाल, राजेंद्र कुमार अग्रवाल, डॉक्टर दिनेश अग्रवाल, CA संजय अग्रवाल, एडवोकेट संजय अग्रवाल आदि का सभी कार्यक्रम में विशेष सहयोग मिल रहा है.
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चुनाव में पहली बार मैदान में 357 महिला उम्मीदवार
किसी महिला को CM-DCM का पद नहीं
Web Desk, maharashtrakhabar24.com.
Nagpur, 12 nov.2024
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा. 2019 तक प्रदेश में 13 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं. इस बार का चुनाव कई मायनों में खास है. राज्य के इतिहास में पहली बार 357 महिला उम्मीदवार अपनी राजनीतिक किस्मत आजमाएंगी. इससे पहले 2014 में 277 महिलाएं चुनाव मैदान में थीं. 2019 की विधानसभा तक 3 हजार 744 विधायक प्रदेश में जीतकर आए थे. इनमें से 160 महिलाओं को प्रतिनिधित्व मिला. पुरुषों की तुलना में यह अनुपात सिर्फ 4.27 फीसदी है. इस साल जब महिला वोटरों की संख्या बढ़ी है तो यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या महिला विधायक बनने का रिकॉर्ड टूट पाएगा?
महाराष्ट्र फुले-शाहू-आंबेडकर का राज्य है. 2019 में 3 हजार 237 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था. इनमें से 235 महिला उम्मीदवार थीं. उसमें से 24 महिलाओं ने जीत हासिल की. चुनाव में 50 फीसदी महिलाएं वोट करती हैं, जो इसकी तुलना में नगण्य है. पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च की एक स्टडी के मुताबिक, वर्तमान में लोकसभा में 15 फीसदी और राज्यसभा में 13 फीसदी सांसद महिलाएं हैं. 1972 में विधानसभा चुनाव में 51 महिलाएं मैदान में थीं.
चुनी गईं सबसे ज्यादा महिलाएं
2019 के चुनाव में सबसे ज्यादा 24 महिलाएं चुनी गईं. महाराष्ट्र में अब तक किसी महिला को मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री का पद नहीं मिला है. 1962 से 1919 तक 1 हजार 685 महिलाओं ने अपनी किस्मत आजमाई लेकिन केवल 165 महिलाएं ही विजेता रहीं. 1972 में महाराष्ट्र विधानसभा में कोई महिला नहीं थी.
विदर्भ में 4 महिलाओं की जीत
विदर्भ के मामले में, 2019 में 95 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं. इनमें से केवल चार महिला उम्मीदवार श्वेता महाले (चिखली), प्रतिभा धानोरकर (वरोरा), यशोमति ठाकुर (तिवसा) और सुलभा खोडके (अमरावती) ने जीत हासिल की. क्या इस साल बढ़ेगी विदर्भ और महाराष्ट्र की संख्या? इसका पता 23 नवंबर को आने वाले नतीजों के बाद चलेगा.
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