रेल में बढ़ेगी सुरक्षा, मुंबई से पायलट परियोजना शुरू
दिल्ली, आपने कई बार खबरों में पढ़ा होगा कि चलती ट्रेन से टीसी ने किसी यात्री को धक्का दे दिया या टिकट न होने पर यात्री ने टीसी से बुरा बर्ताव किया. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. क्योंकि चलती ट्रेन में हिंसक एवं गलत व्यवहार से बचाव तथा टिकट जांच की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से रेलवे के टिकट निरीक्षकों को ‘बॉडी कैमरा’ मुहैया कराए जा रहे हैं। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। पायलट परियोजना के रूप में मध्य रेलवे ने ऐसे 50 ‘बॉडी कैमरा’ खरीदे हैं और मुंबई संभाग के टिकट निरीक्षकों को इनका उपयोग करने को कहा है. अधिकारियों ने बताया कि अगर मुंबई में चलाई जा रही पायलट परियोजना सफल रहती है तो इसे पूरे रेलवे नेटवर्क में लागू किया जाएगा.
खासियतें
1. कैमरे की कीमत 9,000 रुपये प्रति कैमरा है।
2.इनमें करीब 20 घंटे की फुटेज रिकॉर्ड की जा सकती है।
3.बॉडी कैमरे टिकट जांच के दौरान पारदर्शिता सुनिश्चित करेंगे।
4. हिंसक तथा गलत व्यवहार पर लगाम लगाएंगे।
5.शिकायत मिलने की स्थिति में टिकट जांच में मदद मिलेगी।