महाराष्ट्र ग्राम पंचायत चुनाव
भाजपा का चला जादू
कुल जगह : 2,950.
बीजेपी : 654.
शिंदे गुट : 289.
ठाकरे गुट : 110.
कांग्रेस : 271.
अजित गुट : 392.
शरद पवार गुट : 145.
अन्य : 346.
नागपुर. महाराष्ट्र ग्राम पंचायत के रिजल्ट जारी कर दिए गए हैं।महाराष्ट्र ग्राम पंचायत चुनाव के करीबन 1600 से अधिक सीटों पर विजेताओं का ऐलान हो गया है। इस चुनाव में बीजेपी का जादू चला और वह नंबर 1 पार्टी बन गई है। वहीं, बीजेपी की सहयोगी पार्टी, शिवसेना शिंदे गुट और एनसीपी अजित गुट ने भी क्रमश: 263, 412 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है। बता दें कि महाराष्ट्र के कुल 2359 ग्राम पंचायतों के लिए कुल 74 फीसदी मतदान हुआ था।
भाजपा के नागपुर जिलाध्यक्ष सुधाकर कोहले ने यहां आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि कुल 361 ग्राम पंचायतों में से 237 ग्राम पंचायतों में बीजेपी की जीत हुई है. 3005 ग्राम पंचायत सदस्यों में से 1821 सदस्य भी बीजेपी से चुने गए हैं. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश ओबीसी मोर्चा प्रभारी आशीष देशमुख, अशोकराव धोटे, अनिल निदान, अजय बोधारे संध्याताई गोतमारे, आदर्श पाटले, रिंकेश चावरे, अनुराधाताई अमीन, विशाल भोसले, रोहित परवे उपस्थित थे। निलेश बुचुंडे, सहप्रमुख, कपिल एडम सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान नवनिर्वाचित सरपंचों का अभिनंदन भी किया गया।
निर्विरोध सरपंचों में से 4 बीजेपी के
जिले की 5 ग्राम पंचायतों के सरपंच पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं। खास बात यह है कि निर्विरोध चुने गए सरपंचों में से 4 सरपंच बीजेपी के हैं और जो ग्राम पंचायत सदस्य निर्विरोध चुने गए हैं उनमें से 14 सदस्य भी बीजेपी के हैं। काटोल तालुका की पुसागोंडी ग्राम पंचायत में किसी भी पार्टी को सरपंच पद के लिए उपजाति वर्ग से एक भी उम्मीदवार नहीं मिला, इसलिए चुनाव केवल सदस्य पद के लिए हुआ।
चाचा पर भारी पड़े अजित
वहीं, सबसे ज्यादा दिलचस्प लड़ाई तो बारामती तालुका में देखने को मिली है, यहां अजीत पवार ने अपने चाचा शरद पवार को पटखनी दे डाली है। बारामती तालुका के 32 ग्राम पंचायतों के चुनाव की घोषणा की गई।
इनमें से एक ग्राम पंचायत निर्विरोध चुनी गई। शेष 31 ग्राम पंचायतों के लिए कल मतदान हुआ। घोषित नतीजों में अजित पवार के समूह ने 31 ग्राम पंचायतों में से 29 पर सत्ता हासिल कर ली है। बाकी दो सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। बता दें कि एनसीपी फूट के बाद कई दिनों तक इस बात पर चर्चा होती रही कि बारामती तालुका की जनता किसका समर्थन करेगी। ग्राम पंचायत के नतीजे के बाद यह साफ हो गया है कि बारामती की जनता ने अजित पवार के नेतृत्व का समर्थन किया है। अजित पवार गुट ने बारामती को छोड़कर सभी ग्राम पंचायतों में निर्विवाद जीत दर्ज की है।