शादियों के सीजन में बरसेगा धन

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होगा 25 लाख करोड़ का कारोबार

मुंबई. भारत में अक्टूबर से शुरू होने वाला फेस्टिव सीजन नवंबर के बाद शादियों के सीजन में बदल जाता है। क्योंकि लोग जमकर खरीदारी करते हैं। इस साल भारत में 25 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होने की उम्मीद है। 23 नवंबर के बाद देश में शादियों का सीजन शुरू होने जा रहा है, जिसके बाद बाजार में खरीदारी एक बार फिर बढ़ेगी। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) को उम्मीद है कि दिवाली, शादियों का सीजन और आने वाले अन्य त्योहारों को मिलाकर भारत में कुल 25 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होगा। ये देशभर में संगठित और असंगठित क्षेत्र में बड़े लेवल पर रोजगार भी पैदा करेगा। कुल मिलाकर ये देश की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा वक्त है।

3.75 लाख करोड़ का कारोबार

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. सी. भरतिया एवं महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि नवरात्रि से लेकर दिवाली तक देश के मेनलाइन रिटेल व्यापार में ₹3.75 लाख करोड़ का कारोबार हुआ। इसमें सिर्फ दुर्गा पूजा और उसके आसपास पड़ने वाले अन्य त्यौहारों के दौरान ही करीब 50 हजार करोड़ का व्यापार हुआ। इससे पहले गणेश चतुर्थी के 10 दिन के उत्सव के दौरान 20-25 हजार करोड़ का कारोबार हुआ था। ये आंकड़े मुख्य तौर पर सिर्फ 3 बड़े त्योहारों के हैं। खंडेलवाल ने कहा कि देश भर में लगभग 10 लाख से अधिक मंदिर हैं. इन मंदिरों में जाने वाले श्रद्धालु हर दिन कुछ ना कुछ रुपया खर्च करते ही हैं, ऐसे में ये आंकड़ा ही लाखों करोड़ का हो जाता है। इसमें अगर त्योहारों के रीति रिवाज, शादियों पर होने वाला खर्च और तीर्थ स्थानों पर होने वाला खर्च जोड़ लिया जाए, तो यह दुनिया के 100 से ज्यादा देशों की कुल जीडीपी से भी ज्यादा बैठेगा।

धनतेरस पर बिका 41 टन सोना

कैट ने कहा कि धनतेरस पर एक दिन में 25,500 करोड़ रुपए का 41 टन सोना खरीदा गया था। चांदी की बिक्री ₹3000 करोड़ तक पहुंच गई। कार निर्माताओं ने 55,000 कारों की डिलीवरी की, जबकि लगभग 5 लाख से ज्यादा स्कूटर और मोटर साइकिल की डिलीवरी की गई।

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