सट्टेबाजों ने ‘फिट’किए एजेंट

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एक गेंद से पहले अपडेट पाने बनाया प्लान

एशिया कप में नागपुर के सटोरियों का बोलबाला

नागपुर. बड़े सट्टेबाज टीवी या ऐप्स पर लाइव स्ट्रीमिंग से पहले ही मैच की अपडेट पाने के लिए क्रिकेट स्टेडियमों में एजेंट की व्यवस्था कर रहे हैं।

नागपुर के सटोरियों ने लगाई जुगाड़

बता दें कि  एशिया कप के कुछ मैच श्रीलंका में खेले जाने हैं। इसलिए नागपुर के कई सट्टेबाजों ने श्रीलंका के स्टेडियमों के अंदर अपने एजेंटों को रखने की व्यवस्था की है। इन एजेंटों को ऐप्स और नवीनतम सॉफ्टवेयर वाले हाई-एंड सेलफोन से लैस किया गया है।एशिया कप के बाद विश्व कप (5 अक्टूबर) और अन्य टूर्नामेंट 2024 की शुरुआत तक आयोजित किए जाएंगे। सट्टेबाज अपनी टीमों को क्रिकेट स्टेडियमों में भेज रहे हैं ताकि कम से कम एक डिलीवरी से पहले अपडेट और फीड प्राप्त कर सकें।

ऐसे फंसाते हैं एजेंट

 सूत्रों के मुताबिक एजेंट सट्टेबाजों को डिलीवरी पर दांव लगाने के लिए आमंत्रित करते हैं, जिसका परिणाम पहले से ही पता होता है। यह सट्टेबाजों को फंसाने और धोखा देने का एक आसान तरीका है।

श्रीलंका जा चुके हैं नागपुरी सट्टेबाज

हालाँकि सिग्नल जैमर बड़ी चुनौतियाँ हैं, सट्टेबाजों और उनकी सॉफ्टवेयर टीमों ने फ़ीड को रिले करने के लिए तकनीकें तैयार की हैं। शहर के शीर्ष सट्टेबाजों ने टिकट खरीदने, जाम से बचने के लिए स्टैंड या वीआईपी व्यवस्था चुनने, आयोजन या सुरक्षा से जुड़े कर्मियों की पहचान करने जैसी तैयारियों के लिए ‘होम वर्क’ के लिए एशिया कप की शुरुआत से पहले कई बार श्रीलंका का दौरा किया था।

गुंडों का सहारा

बकाया वसूलने के लिए सट्टेबाज गुंडों को काम पर रख रहे हैं। बकाया भुगतान न कर पाने पर एक ट्रांसपोर्टर द्वारा खुद को गोली मारने के बाद गैंगस्टर-सह-सटोरिये स्वप्निल सालुंखे अभी भी फरार है।

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