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विकास और विश्वास का पर्याय है भाजपा : पीएम
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अरविन्द तिवारी . दिल्ली. भाजपा वो पार्टी है जिसके लिये राष्ट्र सदा सर्वोपरि रहा है , एक भारत-श्रेष्ठ भारत जिसकी आस्था का मूलमंत्र रहा है। आज भाजपा विकास , विश्वास का पर्याय है। सबका साथ , सबका विकास , सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र के साथ बीजेपी काम कर रही है। बीजेपी की नीति सर्वसमावेशी , सबका हित करनेवाली है। जब जनसंघ का जन्म हुआ था तो हमारे पास ना ज्यादा सियासी अनुभव था , ना साधन थे , ना संसाधन थे लेकिन हमारे पास मातृभूमि के प्रति भक्ति और लोकतंत्र की शक्ति थी। हमने राष्ट्र प्रथम के मंत्र को अपना आदर्श बनाया है। भाजपा ने लोकतंत्र की कोख से जन्म लिया , लोकतंत्र के अमृत से पोषित है और भाजपा देश के लोकतंत्र और संविधान को मजबूत करते हुये समर्पण भाव से दिन-रात देश के लिये काम कर रही है। उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा के 44 वें स्थापना दिवस पर देश भर के कार्यकर्ताओं को वर्चुअली संबोधित करते हुये कही। उन्होंने कहा कि आज हम सभी अपनी पार्टी का स्थापना दिवस मना रहे हैं। मां भारती की सेवा में समर्पित प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता को मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
संकटमोचक है बीजेपी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आगे कहा आज हम देश के कोने-कोने में भगवान हनुमानजी की जन्म जयंती मना रहे हैं। हनुमानजी का जीवन और उनके जीवन के प्रमुख प्रसंग आज भी हमें पुरुषार्थ के लिये प्रेरित करते हैं। भारत की विकास यात्रा के लिये प्रेरणा देते हैं। हनुमानजी के पास असीम शक्ति है लेकिन इस शक्ति का इस्तेमाल वो तभी कर पाते हैं जब स्वयं पर से उनका संदेह समाप्त हो जाता है। वर्ष 2014 से पहले भारत की भी यही स्थिति थी , लेकिन आज भारत बजरंगबली जी की तरह अपने भीतर सूक्त शक्तियों का आभास कर चुका है। आज भारत समंदर जैसी विशाल चुनौतियों को पार करने और उनका मुकाबला करने में पहले से ज्यादा सक्षम है। पीएम ने कहा जब लक्ष्मण पर संकट आया तब हनुमानजी पूरा पर्वत ही उठाकर ले आये। भाजपा भी इसी प्रेरणा से परिणाम लाने में लोगों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करती रही है , करते रहना है , करते रहेंगे।
सोशल मीडिया से जुड़ें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं और नेताओं को सोशल मीडिया के साथ जुड़ने और नये तौर तरीके से वाकिफ होने का मंत्र देते हुये कहा कि टेक्नोलॉजी का दौर है और पार्टी को टेक्नोलॉजी के साथ भी जोड़ना होगा। सोशल मीडिया के नये तौर-तरीके- रील्स , यूट्यूब , फेसबुक-ट्विटर के दौर में युवाओं से जुड़ना होगा। इसके लिये पार्टी में टेक्नोलॉजी सेल बना सकते हैं , युवाओं की टीम बना सकते हैं। एक्सपर्ट से भी सुझाव और मदद ले सकते है। सोशल मीडिया के नये जमाने में ज्यादा से ज्यादा युवाओं में प्रोफेशनल से जोड़ने के लिये नये आयामों को विकसित करना है।
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PM मोदी ने द्वारका में लगाई आस्था की डुबकी
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श्री कृष्ण की द्वारिका नगरी के किए दर्शन
द्वारका. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के द्वारका में समुद्र में गहरे पानी के अंदर गए और भगवान श्रीकृष्ण की नगरी के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि यह एक दिव्य अनुभव था। उन्होंने उस स्थान पर प्रार्थना की जहां जलमग्न द्वारका नगरी है। उन्होंने कहा कि इस अनुभव ने मेरे सामने भारत की आध्यात्मिक और ऐतिहासिक जड़ों के साथ एक दुर्लभ और गहरा संबंध प्रस्तुत किया।
Dwarka Darshan under the waters…where the spiritual and the historical converge, where every moment was a divine melody echoing Bhagwan Shri Krishna’s eternal presence. pic.twitter.com/2HPGgsWYsS
— Narendra Modi (@narendramodi) February 25, 2024
मोर पंख लेकर गए
पीएम मोदी अपने साथ भगवान श्रीकृष्ण को अर्पित करने के लिए समुद्र के अंदर मोर पंख लेकर गए थे। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘पानी में डूबी द्वारिका नगरी में प्रार्थना करना बहुत ही दिव्य अनुभव था। मुझे आध्यात्मिक वैभव और शाश्वत भक्ति के एक प्राचीन युग से जुड़ाव महसूस हुआ। भगवान श्री कृष्ण हम सभी को आशीर्वाद दें’। इसके बाद उन्होंने ओखा को बेट द्वारका से जोड़ने वाले सुदर्शन सेतु का लोकार्पण किया। उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया।
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19 साल से ‘लटका’ है पुल
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सरकारें बदलीं पर, किस्मत नहीं बदली
बरसात में लोग जान हथेली पर रखकर नदी को पार करते हैं
आसिफाबाद. रमेश सोलंकी. कुमरम भीम आसिफाबाद मंडल में गुंडी के ग्राम में नदी पर पुल का निर्माण अधूरा होने के कारण ग्रामीणों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गुंडीवागु पुल का निर्माण 2005 में शुरू हुआ था। करीब 19 साल हो गए हैं लेकिन अभी तक पुल लटका हुआ है। ग्रामवासियों को आसिफाबाद जाने-आने के लिए नाव में बैठकर नदी पार करनी पड़ती है।
आसिफाबाद से गुंडी ग्राम जाने के लिए ग्रामीण ऑटो और बाइक नदी किनारे खड़ी करके तैरकर भी आना-जाना करते हैं। बारिश के मौसम मेंआसिफाबाद के कोमराम भीम प्रोजेक्ट के पानी का स्तर बढ़ने पर नदी में पानी का स्तर बढ़ जाता है। जिसके कारण ग्रामीणों को आसिफाबाद को आने के लिए और आसिफाबाद से गुंडी ग्राम को जाने के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
नाव से आना – जाना पड़ता है
ग्राम वासियों को नदी पार करने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है। नाव वाले ₹20 प्रति व्यक्ति से वसूलते हैं। हर साल न केवल गुंडी गांव के लोगों को बल्कि नंदुपा, चोरपल्ली, कनारगाम और अन्य गांवों के लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छात्र और मरीज बहुत परेशान है। नदी के दोनों और ऑटो वाले सवारियों का इंतजार करते हुए दिखाई देते हैं। जो बाइक से गांव जाने वाले बाइक को नदी किनारे खड़ा करके नदी पार करके अपने गांव जाते हैं। उनको रात में यह डर सताता है कि उनकी बाइक चोरी न हो जाए।
चुनाव के बाद भूल जाते हैं नेता
ग्राम वासियों का कहना है कि चुनाव के समय में नेता पुल का निर्माण कार्य पूर्ण करने का वादा करके ग्राम वासियों से वोट मांगते हैं और चुनाव जीतने के बाद गायब हो जाते हैं। ग्रामीणों ने सरकार से अनुरोध किया है कि पुल का निर्माण जल्दी करें।
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अभी तक की बड़ी खबरें
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