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मोदी ने ‘चाणक्य’ का इसलिए किया ‘खेला’

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बीजेपी की गुगली: महाराष्ट्र में शिंदे बने सीएम,  फडणवीस डिप्टी सीएम

मुंबई. महाराष्ट्र की राजनीति में गुरुवार को चौंका दिया.  माना जा रहा था कि बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ही अगले मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की सहमति दी, जबकि सीएम पद के प्रबल दावेदार और महाराष्ट्र के चाणक्य फडणवीस को उपमुख्यमंत्री बना दिया. इसके पीछे की राजनीति ये है कि  भाजपा यह साबित करना चाहती है कि उन्होंने सीएम पद व सरकार के गठन के लिए शिवसेना को नहीं तोड़ा है. भाजपा अभी भी शिवसेना से अपने रिश्तों को पूरी तरह से खत्म नहीं करना चाहती है. उन्होंने शिवसेना से बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे को ही सीएम बना कर बड़ा राजनीतिक दांव खेला है.पीएम मोदी की टीम की नजर वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनाव के साथ मुंबई मनपा चुनाव पर भी है.

नहीं मान रहे थे देवेंद्र

 एक बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके फडणवीस नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने के लिए  नहीं मान रहे  थे. उन्होंने ये कहा भी था कि वे मंत्रिमंडल से बाहर रह कर सरकार का सहयोग करेंगे लेकिन बाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें 2 बार फोन कर नई सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार करने के निर्देश दिए. वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने भी फोन कर उनसे उपमुख्यमंत्री पद स्वीकार करने का अनुरोध किया. ऐसे में न चाहते हुए भारी मन से फडणवीस ने एकनाथ शिंदे के साथ उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.

नाराज दिखे चाणक्य

शपथ ग्रहण के दौरान भी देवेंद्र की बॉडी लैंग्वेज व चेहरे पर नाराजगी साफ नजर आ रही थी. हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि मैंने अपने पार्टी नेतृत्व के आदेश को मानते हुए इस पद को स्वीकार किया है.नए मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि वे उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के साथ मिल कर महाराष्ट्र के विकास के लिए काम करेंगे. हालांकि फडणवीस की नाराजगी को देखते हुए यह राह आसान नजर नहीं आ रही है.

 

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अमरावती में होगा ‘खेला’

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शहर कांग्रेस के बड़े दिग्गज होंगे भाजपा में शामिल

 बगावत की तैयारी पूरी

Webdesk, maharashtrakhabar24.com

नागपुर,21 दिसंबर

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी तरह हार के बाद शहर कांग्रेस में बड़ी बगावत हो सकती है. अमरावती के दो दिग्गज नेताओं ने इसकी पूरी प्लानिंग कर ली है. यदि कांग्रेस के ये नेता भाजपा में प्रवेश ले लेंगे तो स्थानीय निकाय चुनावों पर काफी बड़ा फर्क पड़ जाएगा.

पार्टी में असंतोष का वातावरण है और संभावना है कि शिवसेना (यूबीटी) की तरह शहर कांग्रेस के दिग्गजों सहित शहर के कई स्थानीय नेता भाजपा में प्रवेश कर कांग्रेस को बड़ा झटका दे सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि बातचीत अंतिम दौर में चल रही है और संभव हुआ तो देवेंद्र फडणवीस के अमरावती दौरे के दौरान इन लोगों का भाजपा में प्रवेश हो सकता है.सूत्रों की मानें तो शहर कांग्रेस के दो दिग्गज सहित 40-50 नेता भाजपा का दामन थाम सकते हैं. भाजपा के साथ बातचीत लगभग अंतिम दौर में है और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के 22 दिसंबर के संभावित दौरे के दौरान कांग्रेस के ये तमाम नेता भाजपा में प्रवेश ले सकते हैं.

दो दिग्गज नेता बना रहे स्टैटजी

सूत्रों ने बताया कि शहर कांग्रेस के दो बड़े नेता इस बगावत की प्लानिंग कर रहे हैं. इनमें से एक तो गेट के अंदर के बड़े कांग्रेसी नेता हैं जो मनपा में कई पदों पर रह चुके हैं और इनका मनपा कर कंट्रोल भी रहा है. वहीं दूसरे नेता एक बड़े राजनीतिक घराने से हैं और इन दोनों को कट्टर कांग्रेसी माना जाता है. इनके साथ में 40-50 स्थानीय स्तर के नेता भी भाजपा में प्रवेश करेंगे.

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ईवीएम पर हंगामा

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शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में हुआ बवाल

Webdesk, maharashtrakhabar24.com

Nagpur, 16 Dec 24

महाराष्ट्र में देवेंद्र सरकार के गठन के बाद सोमवार को नागपुर में विधानमंडल का शीतसत्र शुरु हुआ. महायुति की प्रचंड जीत के बाद विपक्ष का नामो-निशान खत्म हो गया है. सोमवार को विपक्षी आघाड़ी नेताओं ने महाराष्ट्र विधान भवन की सीढ़ियों पर जोरदार प्रदर्शन किया . एमवीए ने चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम के इस्तेमाल के विरोध में जमकर नारे लगाए.

‘ईवीएम हटाओ देश बचाओ’

इस दौरान विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने महा विकास आघाडी ने इस प्रदर्शन का नेतृत्व किया. इस बीच ‘ईवीएम हटाओ देश बचाओ’, ईवीएम हटाओ संविधान बचाओ’ और ‘ईवीएम हटाओ लोकतंत्र बचाओ’ जैसे नारे भी लगे.

एमवीए के नेताओं ने संविधान और लोकतंत्र को बचाने का आह्वान किया और ईवीएम के इस्तेमाल का विरोध किया है. दानवे के साथ इस प्रदर्शन में कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार, नितिन राऊत, भाई जगताप और विकास ठाकरे, शिवसेना (यूबीटी) नेता भास्कर जाधव, वरुण देसाई और सचिन अहीर और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) (राकांपा-एसपी) के विधायक जितेंद्र अवध भी शामिल हुए. दानवे ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि ईवीएम लोकतंत्र के लिए ‘खतरनाक’ है और लोग भी चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल का विरोध कर रहे हैं.

 हर वोट महायुति के लिए

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को विपक्षी एमवीए पर सत्तारूढ़ महायुति को ‘ईवीएम की सरकार’ कहने के लिए निशाना साधा था. फडणवीस ने कहा था, ‘‘हमारी सरकार इसलिए सत्ता में आई क्योंकि हर वोट महाराष्ट्र के लिए किया गया.’’ वहीं कांग्रेस नेता भाई जगताप ने कहा कि ईवीएम का मतलब है हर वोट महायुति के लिए.

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और भाजपा की महाराष्ट्र सरकार ने ईवीएम का दुरुपयोग किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एमवीए चुनावों में ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर के इस्तेमाल के बारे में जागरूकता फैलाएंगे.

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ईवीएम को लेकर आघाड़ी का हंगामा

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शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में बवाल

Webdesk, maharashtrakhabar24.com

Nagpur, 16 Dec 24

महाराष्ट्र में देवेंद्र सरकार के गठन के बाद सोमवार को नागपुर में विधानमंडल का शीतसत्र शुरु हुआ. महायुति की प्रचंड जीत के बाद विपक्ष का नामो-निशान खत्म हो गया है. सोमवार को विपक्षी आघाड़ी नेताओं ने महाराष्ट्र विधान भवन की सीढ़ियों पर जोरदार प्रदर्शन किया . एमवीए ने चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम के इस्तेमाल के विरोध में जमकर नारे लगाए.

ईवीएम पर घमासान

इस दौरान विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने महा विकास आघाडी ने इस प्रदर्शन का नेतृत्व किया. इस बीच ‘ईवीएम हटाओ देश बचाओ’, ईवीएम हटाओ संविधान बचाओ’ और ‘ईवीएम हटाओ लोकतंत्र बचाओ’ जैसे नारे भी लगे.

एमवीए के नेताओं ने संविधान और लोकतंत्र को बचाने का आह्वान किया और ईवीएम के इस्तेमाल का विरोध किया है. दानवे के साथ इस प्रदर्शन में कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार, नितिन राऊत, भाई जगताप और विकास ठाकरे, शिवसेना (यूबीटी) नेता भास्कर जाधव, वरुण देसाई और सचिन अहीर और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) (राकांपा-एसपी) के विधायक जितेंद्र अवध भी शामिल हुए. दानवे ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि ईवीएम लोकतंत्र के लिए ‘खतरनाक’ है और लोग भी चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल का विरोध कर रहे हैं.

ईवीएम यानी हर वोट महायुति के लिए

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को विपक्षी एमवीए पर सत्तारूढ़ महायुति को ‘ईवीएम की सरकार’ कहने के लिए निशाना साधा था. फडणवीस ने कहा था, ‘‘हमारी सरकार इसलिए सत्ता में आई क्योंकि हर वोट महाराष्ट्र के लिए किया गया.’’ वहीं कांग्रेस नेता भाई जगताप ने कहा कि ईवीएम का मतलब है हर वोट महायुति के लिए.

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और भाजपा की महाराष्ट्र सरकार ने ईवीएम का दुरुपयोग किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एमवीए चुनावों में ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर के इस्तेमाल के बारे में जागरूकता फैलाएंगे.

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