गुरु के प्रति अटूट श्रद्धा बजरंगबली से सीखें

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श्री आयुर्वेद महाविद्यालय में हनुमान कथा का तृतीय दिवस

नागपुर. श्री आयुर्वेद महाविद्यालय में आयोजित पंचदिवसीय हनुमान कथा के तृतीय दिन प्रज्ञा शक्तिपीठ की महन्त डॉ. प्रज्ञा भारती जी ने कहा कि संकटमोचन मंगलमूर्ती हनुमान जी ने भगवान सूर्य से निरंतर 13 वर्षो तक पूर्ण मनोयोग से शिक्षा प्राप्त की गुरु दक्षिणा में भगवान सूर्य के पुत्र सुग्रीव की रक्षा का वचन दिया l हनुमानजी ने इस वचन का पूर्ण रूपेण पालन किया जो उनकी गुरु के प्रति अटूट श्रद्धा को दर्शाता है l

हनुमान कथा के प्रारंभ में श्री आयुर्वेद महाविद्यालय भूतपूर्व प्राचार्य डॉ. रामेश्वर पाण्डेय ने व्यासपीठ का पूजन किया एवं कथा वाचिका डॉ. प्रज्ञा भारती जी का माल्यार्पण कर स्वागत किया।डॉ गोविंद प्रसाद उपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत किया lहनुमान कथा के सफलतार्थ प्राचार्य डॉ मोहन येवले ,डॉ. रामकृष्ण छांगाणी, श्री संजय जोशी, डॉ. संतोष शर्मा, श्री नथमल अग्रवाल, डॉ. अर्चना दाचेवार, डॉ. मृत्युंजय शर्मा, डॉ. बृजेश मिश्रा, डॉ. हरीष पुरोहित, डॉ. शिल्पा वराडे, श्री हरीओम दुबे, महाविद्यालय प्रतिनिधि डॉ. आदित्य हटवार ने सहयोग दिया।कथा के विविध कार्यक्रमों का संचालन डॉ. गायत्री व्यास ने किया l प्रचार प्रसार समिति डॉ जयकृष्ण छांगाणी, व डॉ. कल्पेश उपाध्याय ने नागपुरवासियों से कथा में बड़ी संख्या में उपस्थित रहने का आवाहन किया।

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