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भगवान जगत् बनाते हैं,बनते भी हैं : शंकराचार्य

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अरविन्द तिवारी.रायपुर .  हमारे भगवान जगत् बनाते हैं और जगत् बनते भी हैं इसलिये राम , कृष्णादि के रूप में साक्षात अवतार भी लेते हैं। जबकि जिनके भगवान सिर्फ जगत् बनाते हैं स्वयं जगत् नहीं बन सकते उनका अवतार सम्भव नहीं हो सकता। हमारे भगवान निर्गुण , निराकार हैं तथा सगुण , निराकार और सगुण , साकार के रूप में भी अभिव्यक्त होते हैं।उक्त बातें पूर्वाम्नाय गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने अभनपुर के ब्लाक कालोनी मैदान में आयोजित धर्मसभा में शिष्यवृंदों को संबोधित करते हुये कही।

10 दिवसीय प्रवास पर छग पहुंचे

हिन्दू राष्ट्र निर्माण के अंतर्गत राष्ट्रोत्कर्ष अभियान में श्रीगोवर्द्धनमठ पुरीपीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गरु शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामी निश्चलानन्द सरस्वतीजी महाभाग अपने दस दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास के प्रथम चरण में पुरी से रायपुर पहुँचे। यहां पहुंचने पर धर्मसंघ पीठपरिषद् , आदित्यवाहिनी , आनन्द वाहिनी संगठन तथा भक्तवृन्दों ने उनका भव्य स्वागत किया। स्वागत पश्चात पुरी शंकराचार्यजी यहां से अभनपुर प्रस्थान किये जहाँ आशुतोष अल्का भवन में अभनपुर वासियों ने आत्मीय स्वागत किया। सायं ब्लॉक मैदान अभनपुर में विशाल धर्मसभा आयोजित हुई जिसमें उपस्थित श्रद्धालुओं को शंकराचार्य के दिव्य वाणी से आध्यात्मिक संदेश प्राप्त हुआ। शंकराचार्य आश्रम में प्रतिदिन प्रात:कालीन सत्र में संगोष्ठी आयोजित होगी जिसमें भक्तजनों के धर्म, राष्ट्र एवं ईश्वर से संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान होगा तथा सायंकाल शंकराचार्यजी का आमभक्तों को दर्शन सुलभ रहेगा। इन दिनों में शंकराचार्य आश्रम पर प्रदेश के सभी अंचलों से संगठन के पदाधिकारी गण उपस्थित रहकर संगठन संचालन एवं विस्तार के संबंध में पूज्यश्री से आवश्यक मार्गदर्शन भी प्राप्त कर सकेंगे।

9 को चांपा, 11 को कोरबा में

महाराज जी  9 अप्रैल को चाम्पा के लिये प्रस्थान करेंगे, पश्चात सड़क मार्ग से कोरबा प्रस्थान करेंगे। कोरबा में घंटाघर चौक के समीप रामजानकी मंदिर परिसर में राजपूत क्षत्रिय भवन में निवास रहेगा। निवास स्थल पर ही 10 एवं 11 अप्रैल को पूर्वाह्न ग्यारह बजे से संगोष्ठी , दीक्षा आयोजित होगी वहीं 10 अप्रैल सायं चार बजे से निहारिका के समीप दशहरा मैदान में विशाल हिन्दू राष्ट्र धर्मसभा का आयोजन है। इस धर्मसभा में सभी सनातनियों को रामराज्य समन्वित एवं सनातन संस्कृति पर आधारित हिन्दू राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका का बोध होगा तथा इस पुनीत कार्य में अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित कर संकल्प लेने का सुअवसर भी होगा। कोरबा में सभी कार्यक्रमो की समाप्ति पश्चात 11 अप्रैल को सायं लिंक एक्स्प्रेस से शंकराचार्यजी बिलासपुर पहुँचेंगे , जहाँ नया बस स्टैंड स्थित झूलेलाल भवन , तिफरा में निवास निर्धारित है। वहाँ 12 एवं 13 अप्रैल को प्रातः संगोष्ठी एवं 12 अप्रैल को सायं सीएमडी महाविद्यालय मैदान में विशाल धर्मसभा आयोजित है।पुरी शंकराचार्यजी 13 अप्रैल को सतना होते हुये रीवा प्रस्थान करेंगे। गौरतलब है कि जब से पुरी शंकराचार्यजी द्वारा भारत को हिन्दू राष्ट्र के रूप में उद्भाषित करने की घोषणा की है जिसके उपरांत उनके प्रवास कार्यक्रम में हिन्दू राष्ट्र निर्माण के संबंध में सभी सनातनियों के मन में  उत्साह , उमंग संचारित है।

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होली : किन राशियों पर लगेगा ‘ग्रहण’

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जानें मेष से लेकर मीन राशि के लोगों का हाल

नागपुर.पंचांग के मुताबिक 13 मार्च 2025 को होलिका दहन है, जिसे छोटी होली भी कहा जाता है। वहीं इसके अगले दिन यानी 14 मार्च 2025 को पूरे भारत में होली का महापर्व मनाया जाएगा। बता दें, 14 मार्च 2025 को होली के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने वाला है। यह चंद्र ग्रहण सुबह 9 बजकर 29 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। हालांकि भारत में यह चंद्र ग्रहण नहीं नजर आएगा। ‘ग्रहण योग’ के कारण यह चंद्र ग्रहण कुछ राशि वालों की समस्याएं बढ़ा सकता है, तो कुछ लोगों को विशेष लाभ की प्राप्ति भी संभव है।

मेष : यह ग्रहण आपके लिए मुश्किलों भरा हो सकता है। आपको मानसिक तनाव बना रहेगा। 

वृषभ : आपकी की भी समस्याएं बढ़ सकती हैं। आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

मिथुन : ग्रहण के समय किसी भी तरह की यात्रा को टालें। आपको तनाव बना रहेगा।

कर्क : कुछ विवाद हो सकते हैं। आप अपने सभी फैसलों में सावधानी बरतें।

सिंह : यह समय आपके लिए कठिनाइयों भरा रह सकता है। इसलिए आपको पुरानी बातों पर कुछ भी विचार-विमर्श करने से बचना होगा।

कन्या  : ग्रहण आपके लिए कल्याणकारी है। आपको करियर में सफलता व नौकरी में मनचाहे परिणामों की प्राप्ति हो सकती हैं। धन लाभ के अवसर मिल सकते हैं।

तुला : आपकी शारीरिक समस्याएं  बढ़ सकती हैं। सभी तरह के कार्यों में सावधानी बरतें। आत्मविश्वास में कमी महसूस कर सकते हैं।

वृश्चिक : किसी नए काम की शुरुआत करने से बचना होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। सेहत में दिक्कतें लगी रहेंगी।

धनु :किसी पुराने काम को लेकर मानसिक तनाव बना रहेगा। कार्यक्षेत्र में नई चुनौतियां मिल सकती हैं। 

 मकर : किसी भी तरह के विषय पर अपनी राय न रखें। परिवार का सहयोग बना रहेगा।

कुंभ : आपके लंबे समय से अटके काम पूरे होंगे। किसी शुभ समाचार की प्राप्ति होगी।

मीन :आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं। धन का लेन-देन न करें। स्वास्थ्य में गिरावट आने की संभावना है।

पं. बिंदेश्वरी शुक्ला

महल, नागपुर 

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महाशिवरात्रि पर राशि अनुसार करें इन चीजों का दान

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जीवन में नहीं होगी कोई कमी

मेष राशि : सुहाग की चीजों का दान करें। इससे वैवाहिक जीवन खुशहाल होगा। 

वृषभ राशि :  चावल और चीनी का दान करें। इससे चंद्र दोष दूर होगा।

मिथुन राशि : अन्न और धन का दान करें। इससे करियर में सफलता प्राप्त होगी।

कर्क राशि : फल का दान करें। इससे शुभ फल की प्राप्ति होगी।

सिंह राशि : कपड़े का दान करें। इससे महादेव प्रसन्न होंगे। 

कन्या राशि: धन का दान करें। इससे धन लाभ के योग बनेंगे। 

तुला राशि : अनाज का दान करें। इससे सुख, समृद्धि में वृद्धि होगी। 

वृश्चिक राशि : गरीबों को भोजन कराएं। इससे रुके हुए काम जल्द काम जल्द पूरे होंगे।

धनु राशि : तिल का दान करें। इससे पितृ दोष दूर होगा।

मकर राशि : चावल का दान करें। इससे मानसिक तनाव दूर होगा।

कुंभ राशि : धन का दान करें। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होंगी।

मीन राशि : चावल, दाल, चीनी, सौंफ और सुपारी का दान करें। इससे जीवन खुशहाल होगा।

                                                                                       – पं. श्याम तिवारी, महल,नागपुर.

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बैठे-ठाले

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और कितने बदलापुर सरकार ?

एनसीआरबी रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर घंटे 3 महिलाएं रेप का शिकार होती हैं, यानी हर 20 मिनट में 1. रेप के मामलों में 100 में से 27 आरोपियों को ही सजा होती है, बाकी बरी हो जाते हैं.ये आंकड़े बताते हैं कि सख्त कानून होने के बावजूद हमारे देश में रेप के मामलों में न तो कमी आ रही है और न ही सजा की दर यानी कन्विक्शन रेट बढ़ रहा है.महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों का जिक्र इसलिए, क्योंकि हाल-फिलहाल में रेप के बढ़ते मामलों ने देश को हिलाकर रख दिया है. कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर की रेप और उसके बाद हत्या का मामला, बदलापुर कांड और एनकाउंटर चर्चा में बना हुआ है. रेप के मामलों में फांसी की सजा का प्रावधान होने के बावजूद 24 साल में पांच दुष्कर्मियों को ही फांसी की सजा मिली है. 2004 में धनंजय चटर्जी को 1990 के बलात्कार के मामले में फांसी दी गई थी. जबकि, मार्च 2020 में निर्भया के चार दोषियों- मुकेश, विनय, पवन और अक्षय को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी. यही वजद है कि ऐसे अपराधियों में कानून का खौफ नहीं है. तभी तो बदलापुर एनकाउंटर के बाद भी महाराष्ट्र में लगभग हर दिन रेप की एक घटना सामने आ रही है. सबसे दुख की बात ये है कि मासूमों को शिकार बनाया जा रहा है. सवाल यह है कि सरकार और कितने बदलापुर का इंतजार कर रही है? राज्य में शक्ति लॉ कानून क्यों नहीं लागू करती?

 

शक्ति आपराधिक कानून (महाराष्ट्र संशोधन) विधेयक, 2020 (शक्ति विधेयक) दिसंबर 2020 में पेश किया गया था, पास भी हो गया. लेकिन सरकार ने इसे लटकाकर रखा है क्यों? चुनाव के इस माहौल में लाड़की बहनें क्यों नहीं इस कानून को लागू करने की मांग करती हैं? इस विधेयक में महिलाओं और बच्चों के विरुद्ध बलात्कार जैसे कुछ अपराधों के लिए मृत्युदंड का प्रावधान किया गया है. आंध्रप्रदेश में ऐसा ही कानून लागू किया गया है. आज इस विधेयक को राज्य में लागू करने की सबसे ज्यादा जरूरत है.

महाराष्ट्र  में बढ़ रही है संपन्नता

महाराष्ट्र के आर्थिक हालात तेजी से सुधर रहें हैं. देश में बढ़ते निवेश का असर राज्य में देखने को मिल रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक यहां बीते 12 साल में प्रति व्यक्ति जीडीपी 64.5 बढ़कर 1.63 लाख रुपए हो गई है. प्रति व्यक्ति जीडीपी यानी प्रति व्यक्ति शुध्द राज्य उत्पादन. यह बताती है कि किसी राज्य में संपन्नता का स्तर कितना है? ग्रोथ या निवेश उन्हीं राज्यों में ज्यादा हो रहा है, जो पहले से बहुत अमीर हैं. इस मामले में ओडिशा ने हालात तेजी से सुधारे हैं.

 

बिहार आज भी 12 साल पुरानी स्थिति में है. यहां  प्रति व्यक्ति जीडीपी सिर्फ 47 ही बढ़ी है. जो कि देश में सबसे कम है. 18 राज्यों में कनार्टक सबसे अमीर है. हरियाणा दूसरे और तेलंगाना तीसरे नंबर पर है. महाराष्ट्र का नंबर 5 वां है. यानी हम भी संपन्नता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहें हैं. अच्छी बात है.

व्यापारियों का दर्द

अब व्यापारी भी सरकारी योजनाओं के खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं. क्योंकि वे मानते हैं कि सरकार का ध्यान टैक्स पेयर व्यापारी की तरफ़ से हटकर वोट बैंक की ओर ज़्यादा हो गया है जिससे उनकी समस्याएं बढ़ती जा रही है. टैक्सपेयर और व्यापारियों द्वारा भरे गए टैक्स से मुफ़्त रेवड़ियां बांटी जा रही है यानि मुफ़्त की राहत ज़्यादा बढ़ गई है जो सिरदर्द बनती जा रही है. इधर जीएसटी  में सरकार रोज़ नए – नए प्रावधान ला रही है जिससे व्यापारी का ध्यान व्यापार से हटकर इन समस्याओं की ओर ज़्यादा जा रहा है. अब इनकी मांग है कि सरकार आयुष्मान भारत की तरह आयुष्मान व्यापारी योजना भी लागू करे. इन मांगों को लेकर  व्यापारी डीसीएम फडणवीस से मिले भी है. आश्वासन तो मिला है, आगे देखिए क्या होता है?

-डॉ. एस. शर्मा

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