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‘कितनी मीठी जुबान है हिन्दी,भारत की आनबान है हिन्दी’

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 नागपुर में हिन्दी दिवस पर कवियों ने बांधा समां 

प्राईम ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन के बैनर तले हिन्दी दिवस पर कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें हिन्दी सेवा से जुड़े डिजिटल, अखबार और साहित्य से जुड़े कवियों ने खासा समां बांधा। इस दौरान मौजूदा दौर की सियासत को व्यंग के रूप पेश किया गया, वहीं हिन्दी भाषा के बढ़ते दायरे पर भी अनुभव साझा किए गए।फन विद लर्न कॉन्वेंट स्कूल में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता व्यंगकार टीकाराम शाहू ‘आजाद’ ने की। उन्होंने मौजूदा राजनीतिक हालात पर कुछ इस तरह व्यंग कसा।

रस्म धांधली, रिवाज चुनाव हो गए,

भ्रष्टाचार अंगद के पांव हो गए।

आश्वासन हुए मीठे सपनों के लड्डू,

योजनाएं ख्याली पुलाव हो गए।

इसके बाद मुख्य अतिथि, डिजिटल मीडिया से जुड़े पत्रकार और शिक्षक तजिन्दर सिंह ने हिन्दी को देशभर की भाषाओं की लिंक लैंग्वेज बताया। 

पवन-धरा और माटी की बोली,

उड़ते पंछी की चहक लिए।

बताओ जरा यह कौन सी भाषा,

जो अपनेपन की महक लिए।

कार्यक़म के आयोजक तथा मंच संचालन  कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल अमानी कुरैशी ने कहा कि हिन्दी भाषा मिठास लिए है, जिसमें भावनाएं, समर्पण और अपनापन का अहसास छिपा है।  

कितनी मीठी जुबान है हिन्दी,

भारत की आनबान है हिन्दी।

सरल शब्दो में कहा जाए तो,

जीवन की परिभाषा है हिन्दी।

25 वषों की कड़ी मेहनत से रामायण के संस्कृत श्लोक का हिन्दी में काव्यानुवाद करने वाले एड मुरली मनोहर व्यास का सम्मान हुआ। कार्यक्रम के आयोजक प्रकाश गोखले ने कवियों का आभार प्रकट किया। इतिहास की किताब के पन्ने पलटें तो 14 सितम्बर 1949 के दिन आजादी के बाद हिन्दी को देश की मातृभाषा से गौरवान्वित किया गया था। जिसकी याद में प्रति वर्ष 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। संविधान के अनुच्छेद 343 में हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्राप्त हुआ। अनुच्छेद 351 के अनुसार हिन्दी का प्रसार बढ़ाने की बात की गई थी। हिन्दी के उत्थान को हिन्दी पखवाड़ा, हिन्दी सप्ताह, हिन्दी दिवस कहा जाने लगा।

इसी क्रम मे बहुभाषी कवियों  व साहित्कारों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं को मानपत्र, ट्राफी, देकर सम्मानित किया  गया । वजीर कामील, जैनूद्दीन दादा,  टिकाराम शाहू,  “आजाद”, तजिदर सिंह,  प्रकाश गोखले तथा सामाजिक गतिविधियो के  लिए  गजुभाऊ कुबडे (रूग्णमित्र ),सैय्यद नाजीर अली, व हिदायत बेग,  ईरशाद खान  को सम्मानित किया गया।प्रकाश गोखले ने आभार  व्यक्त किया। कार्यक्रम में आरती गोखले,, योगेश गोखले, अलका वंजारी, रेशमा गोखले,,शुष्मा मुळे , नलिनी गावंडे, पियुष गोखले ने सहयोग किया।
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अमरावती में होगा ‘खेला’

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शहर कांग्रेस के बड़े दिग्गज होंगे भाजपा में शामिल

 बगावत की तैयारी पूरी

Webdesk, maharashtrakhabar24.com

नागपुर,21 दिसंबर

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी तरह हार के बाद शहर कांग्रेस में बड़ी बगावत हो सकती है. अमरावती के दो दिग्गज नेताओं ने इसकी पूरी प्लानिंग कर ली है. यदि कांग्रेस के ये नेता भाजपा में प्रवेश ले लेंगे तो स्थानीय निकाय चुनावों पर काफी बड़ा फर्क पड़ जाएगा.

पार्टी में असंतोष का वातावरण है और संभावना है कि शिवसेना (यूबीटी) की तरह शहर कांग्रेस के दिग्गजों सहित शहर के कई स्थानीय नेता भाजपा में प्रवेश कर कांग्रेस को बड़ा झटका दे सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि बातचीत अंतिम दौर में चल रही है और संभव हुआ तो देवेंद्र फडणवीस के अमरावती दौरे के दौरान इन लोगों का भाजपा में प्रवेश हो सकता है.सूत्रों की मानें तो शहर कांग्रेस के दो दिग्गज सहित 40-50 नेता भाजपा का दामन थाम सकते हैं. भाजपा के साथ बातचीत लगभग अंतिम दौर में है और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के 22 दिसंबर के संभावित दौरे के दौरान कांग्रेस के ये तमाम नेता भाजपा में प्रवेश ले सकते हैं.

दो दिग्गज नेता बना रहे स्टैटजी

सूत्रों ने बताया कि शहर कांग्रेस के दो बड़े नेता इस बगावत की प्लानिंग कर रहे हैं. इनमें से एक तो गेट के अंदर के बड़े कांग्रेसी नेता हैं जो मनपा में कई पदों पर रह चुके हैं और इनका मनपा कर कंट्रोल भी रहा है. वहीं दूसरे नेता एक बड़े राजनीतिक घराने से हैं और इन दोनों को कट्टर कांग्रेसी माना जाता है. इनके साथ में 40-50 स्थानीय स्तर के नेता भी भाजपा में प्रवेश करेंगे.

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ईवीएम पर हंगामा

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शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में हुआ बवाल

Webdesk, maharashtrakhabar24.com

Nagpur, 16 Dec 24

महाराष्ट्र में देवेंद्र सरकार के गठन के बाद सोमवार को नागपुर में विधानमंडल का शीतसत्र शुरु हुआ. महायुति की प्रचंड जीत के बाद विपक्ष का नामो-निशान खत्म हो गया है. सोमवार को विपक्षी आघाड़ी नेताओं ने महाराष्ट्र विधान भवन की सीढ़ियों पर जोरदार प्रदर्शन किया . एमवीए ने चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम के इस्तेमाल के विरोध में जमकर नारे लगाए.

‘ईवीएम हटाओ देश बचाओ’

इस दौरान विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने महा विकास आघाडी ने इस प्रदर्शन का नेतृत्व किया. इस बीच ‘ईवीएम हटाओ देश बचाओ’, ईवीएम हटाओ संविधान बचाओ’ और ‘ईवीएम हटाओ लोकतंत्र बचाओ’ जैसे नारे भी लगे.

एमवीए के नेताओं ने संविधान और लोकतंत्र को बचाने का आह्वान किया और ईवीएम के इस्तेमाल का विरोध किया है. दानवे के साथ इस प्रदर्शन में कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार, नितिन राऊत, भाई जगताप और विकास ठाकरे, शिवसेना (यूबीटी) नेता भास्कर जाधव, वरुण देसाई और सचिन अहीर और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) (राकांपा-एसपी) के विधायक जितेंद्र अवध भी शामिल हुए. दानवे ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि ईवीएम लोकतंत्र के लिए ‘खतरनाक’ है और लोग भी चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल का विरोध कर रहे हैं.

 हर वोट महायुति के लिए

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को विपक्षी एमवीए पर सत्तारूढ़ महायुति को ‘ईवीएम की सरकार’ कहने के लिए निशाना साधा था. फडणवीस ने कहा था, ‘‘हमारी सरकार इसलिए सत्ता में आई क्योंकि हर वोट महाराष्ट्र के लिए किया गया.’’ वहीं कांग्रेस नेता भाई जगताप ने कहा कि ईवीएम का मतलब है हर वोट महायुति के लिए.

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और भाजपा की महाराष्ट्र सरकार ने ईवीएम का दुरुपयोग किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एमवीए चुनावों में ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर के इस्तेमाल के बारे में जागरूकता फैलाएंगे.

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ईवीएम को लेकर आघाड़ी का हंगामा

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शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में बवाल

Webdesk, maharashtrakhabar24.com

Nagpur, 16 Dec 24

महाराष्ट्र में देवेंद्र सरकार के गठन के बाद सोमवार को नागपुर में विधानमंडल का शीतसत्र शुरु हुआ. महायुति की प्रचंड जीत के बाद विपक्ष का नामो-निशान खत्म हो गया है. सोमवार को विपक्षी आघाड़ी नेताओं ने महाराष्ट्र विधान भवन की सीढ़ियों पर जोरदार प्रदर्शन किया . एमवीए ने चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम के इस्तेमाल के विरोध में जमकर नारे लगाए.

ईवीएम पर घमासान

इस दौरान विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने महा विकास आघाडी ने इस प्रदर्शन का नेतृत्व किया. इस बीच ‘ईवीएम हटाओ देश बचाओ’, ईवीएम हटाओ संविधान बचाओ’ और ‘ईवीएम हटाओ लोकतंत्र बचाओ’ जैसे नारे भी लगे.

एमवीए के नेताओं ने संविधान और लोकतंत्र को बचाने का आह्वान किया और ईवीएम के इस्तेमाल का विरोध किया है. दानवे के साथ इस प्रदर्शन में कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार, नितिन राऊत, भाई जगताप और विकास ठाकरे, शिवसेना (यूबीटी) नेता भास्कर जाधव, वरुण देसाई और सचिन अहीर और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) (राकांपा-एसपी) के विधायक जितेंद्र अवध भी शामिल हुए. दानवे ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि ईवीएम लोकतंत्र के लिए ‘खतरनाक’ है और लोग भी चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल का विरोध कर रहे हैं.

ईवीएम यानी हर वोट महायुति के लिए

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को विपक्षी एमवीए पर सत्तारूढ़ महायुति को ‘ईवीएम की सरकार’ कहने के लिए निशाना साधा था. फडणवीस ने कहा था, ‘‘हमारी सरकार इसलिए सत्ता में आई क्योंकि हर वोट महाराष्ट्र के लिए किया गया.’’ वहीं कांग्रेस नेता भाई जगताप ने कहा कि ईवीएम का मतलब है हर वोट महायुति के लिए.

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और भाजपा की महाराष्ट्र सरकार ने ईवीएम का दुरुपयोग किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एमवीए चुनावों में ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर के इस्तेमाल के बारे में जागरूकता फैलाएंगे.

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