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डॉ. उपाध्याय से जानें मेंटल हेल्थ को ठीक रखने के आसान उपाय

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नागपुर. कोरोना की तीसरी लहर की आहट सुनाई देने लगी है। हर तरफ चिंता , डर और तनाव का माहौल है। इसके अलावा रोजमर्रा के जीवन के टेंशन परेशान किए हुए हैं। ऐसे में हमारा मानसिक स्वास्थ्य (मेंटल हेल्थ) का ठीक रहना बहुत जरूरी है।

 विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक मानसिक स्वास्थ्य सलामती की एक स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति को अपनी क्षमताओं का एहसास रहता है। वह जीवन के सामान्य तनावों का सामना कर सकता है। लाभकारी और उपयोगी रूप से काम कर सकता है। यदि मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ा तो इसके कई बुरे नतीजे सामने आते हैं।  आज के माहौल में इसे स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है।

 डॉ. गोविंदप्रसाद उपाध्याय(पी.एच.डी., एम.डी. आयुर्वेद) आज यू-टयूब पर (लाइव 11 बजे) हमें मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के आसान उपाय बताएंगे जो स्टूडेंटस, बुजुर्ग, युवा, महिला यानी हर वर्ग के लिए बहुत उपयोगी हैं।

डॉ. गोविंदप्रसाद उपाध्याय(पी.एच.डी., एम.डी. आयुर्वेद)
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आसमान से बरसी आग

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4 जिलों का अधिकतम तापमान 44 डिसे.से ज्यादा

वेबडेस्क, नागपुर

समूचा विदर्भ लू की चपेट में है। अंचल के सभी प्रमुख शहरों में  तेजी से पारा चढ़ने लगा है. शनिवार को नागपुर में अधिकतम  तापमान 44.7 और अकोला में 44 डिसे. तापमान दर्ज किया गया. सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. लोग घरों में बंद रहे. बाजार भी सूना रहा. बिजली की आंखमिचौली ने लोगों को परेशान किया. मौसम विभाग का मानना है कि अब तापमान और बढ़ेगा. गर्म हवाएं चलेंगीं. शनिवार को नागपुर विदर्भ में सबसे गर्म रहा. यहां का अधिकतम तापमान 44.7 डिसे दर्ज किया गया. विदर्भ के 4 जिलों का अधिकतम तापमान 44 डिसे.से ज्यादा रहा जबकि 7 जिलों में अधिकतम तापमान 40 डिसे. से ऊपर रहा.

कहां, कितना तापमान

नागपुर :    44.7

अकोला : 44.3

वर्धा: 44.2

चंद्रपुर :    44.1

अमरावती : 43.8

यवतमाल : 43.5    

वाशिम: 41.8

गोंदिया   : 40.6

बुलढाणा : 40.1

भंडारा : 40.0

(अधिकतम तापमान डिसे.में)

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राम आएंगे….

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श्री पोद्दारेश्वर राममंदिर मेँ भव्य दीपोत्सव का आयोजन

Webdesk,maharashtrakhabar24.com

नागपुर, श्री पोद्दारेश्वर राममंदिर के प्रबंधक ट्रस्टी पुनीत रामकृष्ण पोद्दार ने बताया कि मंदिर के 103 पाटोत्सव के अवसर पर यहां 1.5 लाख दीपों का भव्य दीपदर्शन एवं दीपोत्सव का आयोजन मंगलवार 11 मार्च को सायं 6से रात 9 बजे तक किया जा रहा है. इस दौरान श्रीराम लला के स्वरुप के दिव्य दर्शन भी होंगे.

दीपों से साकार होंगी आकृतियां

इस दौरान  सनातन धर्म के मंगल चिन्ह जैसे त्रिशूल, गदा , ॐ , स्वस्तिक , शंख आदि आकृतियों को दीपों के माध्यम से साकार किया जाएगा.

साथ ही दक्षिण भारत क़े मंदिरों के तर्ज पर सारी लाइट बंद करके केवल दीपों की रौशनी में ठाकुरजी के भव्य दर्शन कराए जाएंगे.

सामूहिक शंख वादन का आयोजन

इस अवसर पर मंदिर में भव्य रोशनाई की जाएगी. भव्य फटका शो ,शिव मुद्रा ढोल ताशा समूह का ढोल वादन, सामूहिक शंख वादन, श्री पाञ्चजन्य श्रीराम सेवक शंख दल, भी अपनी दिव्य प्रस्तुति देंगे. श्री राम चरित मानस के अपरिचित पात्रों का विशेष विश्लेषण सुनने योग्य होगा. मंदिर सेवादल के 1500 सेवाधारी के अथक परिश्रम का भव्य दिव्य स्वरुप नागपुर की धर्मानुरागी प्रेमियों के लिए प्रस्तुत है.

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maharashtra

नागपुर में बर्ड फ्लू की दस्तक

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3 बाघों और 1 तेंदुए की मौत, रेड अलर्ट

वेब डेस्क, महाराष्ट्र खबर24.कॉम

नागपुर, 6 जनवरी

संतरानगरी में इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है। राज्य में पहली बार बर्ड फ्लू से हुई बाघों और 1 तेंदुए की मौत ने पूरे वन विभाग को हिलाकर रख दिया। इसलिए सभी चिडियाघरों, ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटरों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। चूंकि यह वायरस हवा से फैलता है, इसलिए संभावना है कि यह इंसानों के लिए भी खतरा हो सकता है।इसीलिए गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर में सभी जंगली जानवरों की जांच और रखरखाव के लिए 6 पशु चिकित्सकों की एक टीम बनाई गई है। नागपुर पशुवैद्यकीय महाविद्यालय के संस्थापक डॉ. शिरीष उपाध्याय के नेतृत्व में पिंजरों में बंद पक्षियों, जंगली जानवरों की जांच की गई। वन्यजीवों और पक्षियों का नमूना लिया गया है।

सैंपल लिए गए

उनकी जांच रेस्क्यू सेंटर की प्रयोगशाला में की जाएगी। ज्ञात हो कि गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर में उपचार के दौरान हुई बाघों और तेंदुए की मौत के बाद उनके नमूने जांच के लिए भोपाल की पशु चिकित्सा प्रयोगशाला भेजे गए थे। रिपोर्ट में बर्ड फ्लू के कारण मौत सामने आने के बाद अब गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर प्रबंधन ने कड़े कदम उठाए हैं। रेस्क्यू सेंटर में पांच प्रजातियों की जांच की गई है।पशुचिकित्सक द्वारा इनके सैंपल भी ले लिए गए हैं। इसमें 12 बाघ, 24 तेंदुए, चील, दो भालू और तोते शामिल हैं। नमूने लेते समय पशुचिकित्सक द्वारा विशेष एहतियात के तौर पर पीपीई किट का उपयोग किया गया। मुख्य वन्यजीव रक्षक डॉ. विवेक खांडेकर ने कहा कि यह पहली बार है कि इस तरह के वायरस से बाघों की मौत हुई है। इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जंगली जानवरों से इंसानों को कोई नुकसान न हो और इसका प्रकोप न हो, इसका विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य में भी विशेष अलर्ट दिया गया है।

 

रेसक्यू सेंटर जाने पर प्रतिबंध

गोरेवाड़ा प्रोजेक्ट के डिवीजनल मैनेजर शतानिक भागवत ने कहा, “गोरेवाडा रेस्क्यू सेंटर और प्राणी संग्रहालय लिए अलग-अलग पशु चिकित्सक है। इस घटना के पश्चात प्राणी संग्रहालय के डॉक्टरों को रेस्क्यू सेंटर में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं रेस्क्यू सेंटर के डॉक्टरों को भी क्वारंटाइन कर दिया गया है। जंगली जानवरों में बर्ड फ्लू के संक्रमण से बचने के लिए प्राणी संग्रहालय का दौरा करने से लेकर नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।”

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