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राज्यसभा में महाराष्ट्र के 63% सांसद दागी

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एडीआर रिपोर्ट में खुलासा : उच्च सदन के 31%  सांसदों के खिलाफ हैं आपराधिक मामले

वेबडेस्क. नई दिल्ली. महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक के बीच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर)-नेशनल इलेक्शन वाच की एक ताजा रिपोर्ट सामने आई है. जिसमें ये खुलासा किया गया है कि राज्यसभा में महाराष्ट्र के 19 में से 12 यानी 63% सदस्य दागी हैं. इन्होंने अपने-अपने हलफनामों में खुद के खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. इतना ही नहीं रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि राज्यसभा के वर्तमान सदस्यों में से 31% के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. एडीआर ने वर्तमान 233 राज्यसभा सदस्यों में से 226 के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों और उनकी वित्तीय और उनसे जुड़ी अन्य जानकरियों की समीक्षा के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है.

2 सांसदों पर हत्या का मुकदमा भी

रिपोर्ट के मुताबिक 226 सदस्यों में 71 यानी 31% ने अपने हलफनामों में खुद के खिलाफ आपराधिक मामले होने की घोषणा की है जबकि 37 यानी 16% ने गंभीर आपराधिक मामले होने की पुष्टि की है. राज्यसभा के दो सदस्यों ने भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत हत्या के मामले दर्ज होने की घोषणा की है जबकि चार सदस्य ऐसे हैं जिनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है.

वेणुगोपाल  पर दुष्कर्म से जुड़ा  मामला भी

रिपोर्ट में कहा गया कि चार सांसदों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले घोषित किए हैं. इनमें से एक राजस्थान से कांग्रेस के के सी वेणुगोपाल हैं, जिन्होंने हलफनामे में बलात्कार से जुड़ा एक मामला (आईपीसी की धारा 376) होने की घोषणा की है.

राज्यसभा के  87% सदस्य है करोड़पति

वर्तमान राज्यसभा में एक सीट खाली है. दो सांसदों की जानकारी की समीक्षा नहीं की जा सकी क्योंकि उनके हलफनामे उपलब्ध नहीं थे और जम्मू एवं कश्मीर की चार राज्यसभा सीटें अभी तक अपरिभाषित हैं. रिपोर्ट के मुताबिक राज्यसभा के 226 सदस्यों में 197 यानी 87 % करोड़पति हैं और राज्यसभा सदस्यों की औसत संपत्ति 79.54 करोड़ रुपये हैं.

किस पार्टी में कितने दागी

1.राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के छह राज्यसभा सांसदों में से में से पांच  (83 %).

2. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पांच में से चार  (80 %).

3. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के चार में दो  (50 %).

4. कांग्रेस के 31 में से 12  (39 %)

5. वाईएसआर कांग्रेस के 9 में से 3  (33 %).

6.  आम आदमी पार्टी (आप) के 10 में से 3  (30 %)

7. तृणमूल कांग्रेस के 13 में से तीन (23 %).

( एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक)

राजद के 50  फीसदी सदस्यों पर गंभीर आरोप

रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा के 85 में से 11 (11%) , कांग्रेस के 31 में आठ ( 26%) , तृणमूल कांग्रेस के 13 में से एक यानी (8%) , राजद के छह में से तीन  (50%) , माकपा के पांच से 2 (40%) , आप के 10 में से 1 यानी (10%)  वाईएसआर कांग्रेस के नौ में से 3 ( 33%)  और राकांपा के चार में 1  (25%)  सदस्यों ने अपने हलफनामों में अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने का उल्लेख किया है.

यूपी के 31 सदस्यों पर आपराधिक मामले घोषित

राज्यवार आंकड़े देते हुए रिपोर्ट में कहा गया कि राज्यसभा में उत्तर प्रदेश के 31 में से सात यानी 23 प्रतिशत, महाराष्ट्र के 19 में से 12 यानी 63 प्रतिशत, तमिलनाडु के 18 में से छह यानी 33 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल के 16 में से तीन यानी 19 प्रतिशत, केरल के नौ में से छह यानी 67 प्रतिशत और बिहार के 16 में से 10 यानी 63 प्रतिशत सदस्यों ने अपने-अपने हलफनामों में खुद के खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.

बागी भी हो सकते हैं दागी

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर), 2020 की रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के कुल 275 विधायकों में से 176 के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. इसमें से 110 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मुकदमे जबकि, तीन विधायकों के खिलाफ हत्या के मुकदमे दर्ज हैं. इसके अलावा 14 विधायकों पर हत्या का प्रयास करने का मुकदमे भी दर्ज हैं. भाजपा के विधायकों पर सबसे अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. भाजपा के 65, शिवसेना के 41 और कांग्रेस के 26 विधायकों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. नए मुख्यमंत्री पर 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं।

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