Uttar pradesh
RSS तय करेगा BJP का एजेंडा
आज से संघ की 3 दिन की बैठक
लखनऊ .अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले मंगलवार से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, संगठन और सरकार की समन्वय बैठक होने जा रही है. इस मौके पर आरएसएस के सरकार्यवाह और संघ-बीजेपी के बीच सेतु की भूमिका निभाने वाले सरकार्यवाह अरुण कुमार भी मौजूद रहेंगे. शिशु मंदिर में होने जा रही इस अहम बैठक में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री संगठन भी शामिल होंगे.
क्यों अहम है बैठक
यह बैठक 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कई मामलों को लेकर बेहद अहम मानी जा रही है. अयोध्या में राम मंदिर के भव्य निर्माण, नए वोटरों को जोड़ने में आरएसएस की भूमिका, दलित-आदिवासी बस्तियों जरिये सामाजिक समरसता बढ़ाने की कोशिश, सरकार की जमीनी हकीकत, दलित वोटरों के नाराजगी तक हर विषयों पर गहन मंथन किया जाएगा. साथ ही माना जा रहा है कि यूपी में संभावित मंत्रिमंडल भी विस्तार से चर्चा हो सकती है.
दलित वोटरों पर विशेष चर्चा
उत्तर प्रदेश में हुए पिछले तीन उपचुनाव से ये संकेत मिल रहे हैं कि दलित समाज के लोग बीजेपी से खुश नहीं हैं और ये तब है जब दलित केंद्र और राज्य की योजनाओं के सबसे बड़े लाभार्थी वर्ग हैं. समन्वय बैठक में इस पर भी गहन मंथन होना है. माना जा रहा है कि आरएसएस अपनी तरफ से बीजेपी को कुछ महत्वपूर्ण निर्देश भी दे सकता है. संघ इस बात को समझ रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में दलित- आदिवासी वोटर्स निर्णायक होने जा रहे हैं. लिहाजा दलित और आदिवासी समुदाय में समरसता बढ़ाने हेतु सघन अभियान चलाने संबंधी फैसले भी लिए जा सकते हैं.