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गाय बनी महाराष्ट्र की “राज्यमाता”

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चुनाव से पहले शिंदे सरकार का बड़ा फैसला

Web Desk , maharashtrakhabar24.com

नागपुर, 1 अक्टूबर

महाराष्ट्र  की एकनाथ शिंदे सरकार ने गाय को राज्यमाता घोषित कर दिया है। सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि इस फैसले को भारतीय संस्कृति, वैदिक काल में गाय के महत्व को देखते हुए लिया गया है। फैसले में कहा गया है कि देसी गाय का दूध मानव आहार के लिए उपयुक्त है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति,पंचगव्य उपचार पद्धति, इस तरह गोमूत्र जैविक खेती पद्धति में भी इसका बहुत महत्व है। इसी को देखते हुए सरकार ने गाय को अब से राज्यमाता घोषित किया है।

बता दें कि भारत में गाय को माता का दर्जा मिला हुआ है। हिंदू धर्म में गाय की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में माना जाता है कि गाय में सभी देवी-देवताओं का निवास होता है। इसी को देखते हुए पिछले काफी समय से गाय को राष्ट्रमाता घोषित किए जाने की भी मांग की जा रही है। हिंदू संगठनों की ओर से समय-समय पर इसकी मांग की जाती है।

कैबिनेट बैठक में हुआ फैसला

महाराष्ट्र में सोमवार को हुई कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया है। इसमें देसी गायों के पालन-पोषण के लिए 50 रुपये प्रतिदिन की सब्सिडी योजना लागू करने का निर्णय लिया गया। यह योजना महाराष्ट्र गोसेवा आयोग द्वारा ऑनलाइन लागू की जाएगी. प्रत्येक जिले में एक जिला गोशाला सत्यापन समिति होगी। 2019 में हुई पशुगणना के मुताबिक देसी गायों की संख्या 46,13,632 तक कम पाई गई है।महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने यह फैसला विधानसभा चुनाव से ठीक पहले लिया है। दो दिन पहले ही चुनाव आयोग की टीम तैयारियों का जायजा लेने दो दिवसीय दौरे पर पहुंची थी। इस दौरान कई राजनीतिक दलो के साथ बैठक भी आयोजित की गई। महाराष्ट्र में वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है।

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