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भाभी से झगड़ा होने पर गुस्से में घर छोड़ा… कुछ ही घंटे के भीतर दो बार हुआ गैंगरेप
नागपुर में बेटियां और महिलाएं असुरक्षित
नागपुर. यहां एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। तमाम मेट्रो सुविधाओं के बावजूद उपराजधानी आज भी महिलाओं के लिए असुरक्षित है।यहां परिवार में झगड़ा होने पर गुस्से में घर छोड़कर जाने वाली एक नाबालिग लड़की से दो अलग-अलग स्थानों पर कुछ घंटे के भीतर छह लोगों ने गैंगरेप किया है।
आरोपियों में से 4 ऑटोरिक्शा चालक शामिल हैं। पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि 3 आरोपी फरार हैं।
क्या है मामला
पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की का घर में भाभी से झगड़ा हो गया था। इसके बाद वह घर छोड़कर निकल गई। उसके एक दोस्त ने उसे अपने ऑटोरिक्शा से लोहापुल इलाके में छोड़ दिया। जहां वह दूसरे ऑटोरिक्शा चालक से मिली, जिसकी पहचान बाद में शाहनवाज उर्फ़ सना मोहम्मद राशिद (25) के रूप में हुई।
लड़की ने शाहनवाज से पैसे और आश्रय की मदद मांगी। वह मदद देने के बहाने उसे अपने ऑटोरिक्शा में बिठाकर एक अवैध शराब की दुकान पर लेकर गया। जहां उसने शराब पी और लड़की को भी पीने को मजबूर किया। इसके बाद वह उसे टिमकी में दो लोगों के किराये के घर में ले गया, जो नागपुर रेलवे स्टेशन पर लोडर का काम करते हैं। वहां लड़की से शाहनवाज, उसके दोस्त तौशीफ मोहम्मद यूसुफ (26) और दो लोडर ने दुष्कर्म किया।
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद शाहनवाज़ ने लड़की को मेयो अस्पताल चौराहे पर छोड़ दिया। उसके वहां से जाने के बाद दो अन्य ऑटोरिक्शा चालक लड़की को जबरन अपने वाहन में ले गए और उसके साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया।
बाद में वहां दो लोगों ने लड़की को देर रात अकेले पाया तो बातचीत करने पर लड़की ने उन्हें बताया कि उसे कुछ पैसों की ज़रूरत है, ताकि वह नाशिक जाने वाली ट्रेन में चढ़ सके। उन्होंने उसे कुछ पैसे दिए।
नागपुर रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ने लड़की को देखा और कुछ संदेह होने पर उन्होंने लड़की को विश्वास में लिया और उससे पूछताछ की। बाद में उसे बाल देखभाल केंद्र को सौंप दिया।
जीआरपी ने रविवार को शाहनवाज, यूसुफ़ और मोहम्मद मुशीर को गिरफ्तार कर लिया.। ये सभी मोमीनपुरा के रहने वाले हैं। इन्हें सीताबर्डी पुलिस थाने को सौंप दिया गया जबकि तीन आरोपी फ़रार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।