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आप सभी का प्यार ही मेरी सबसे बड़ी पूंजी: निर्बाण
वेब डेस्क. नागपुर. आप सभी मित्रों, हितचिंतकों और अपनों का प्यार और स्नेह ही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है। अपने जीवन में भले ही मैंने धन संपत्ति कुछ नहीं कमाया हो लेकिन आपके दिलों में जो जगह बनाने में सफल हुआ हूं, उसी में खुश हूं । यह सब समाजसेवा के माध्यम से संभव हो सका है, यह बात दैनिक भास्कर के समन्वय संपादक व विदर्भ सेवा समिति के अध्यक्ष आनंद निर्बाण ने बुधवार को गीता मंदिर के प्रांगण में अपने जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह में कही।
उन्होंने कहा कि जीवन-यापन के लिए धन संपत्ति भी जरूरी है लेकिन अपनों का प्यार ,अपनापन बहुत बड़ी पूंजी है, जो समाज में एक विशिष्ठ स्थान दिलाती है। यह सब विदर्भ सेवा समिति के माध्यम से समाजहित में किए गए कार्यों से संभव हो सका है। गीता मंदिर के संचालक स्वामी निर्मलानंद जी ने शाल और श्रीफल देकर आनंद निर्बाण का स्वागत किया तथा आशीर्वाद देकर उनकी लम्बी उम्र की कामना की।
इस अवसर पर दीपेन अग्रवाल, कैलाश जोगानी, गिरधारी मंत्री, गोविंद पसारी, तरूण निर्बाण, वसंत पालीवाल, अशोक गोयल, सुनील हिरणवार, अनिता सोनी, अजय पाण्डे, श्रीकांत दुबे, विजय शर्मा, धीरज आगाशे, टीकाराम शाहू आजाद, शगूना कुकरोली, सनत खेडकर, हेमंत सुनकर, शैलेश बनसोड, भारत कुकरोली, अजय (गुड्डु ) टक्कामोरे, मनोज साबले, प्रफुल निर्बाण, अरविंद पांडे, सुधीर श्रीवास्तव ने भी विचार व्यक्त रखे।
कार्यक्रम का संचालन और आभार संजय पांडे ने किया। कार्यक्रम की सफलता के लिए केतन सूचक आदि ने अथक प्रयास किए ।