desh dunia
बकरी चोर को उल्टा लटकाकर लगाई आग
रमेश सोलंकी.मंचेरियाल . जिले के मंदामरि में बकरी चुराकर ले जाने के आरोप में दो युवकों को बकरी शेड में बांध दिया और उन्हें उल्टा लटका दिया और नीचे आग लगा दी। बकरी शेड से दो बकरियों को चुराने के आरोप में बकरी के मालिक ने बहाने चरवाहे और उसके दोस्त राजमिस्त्री की अंधाधुंध पिटाई की। वे यहीं नहीं रुके और जमीन के नीचे आग लगा दी और उन्हें यातनाएं दीं। बकरी के बदले तीन हजार रुपये मुआवजे की मांग को लेकर बकरे के मालिक ने उन दोनों को लाठियों से पीटा गया। यह घटना सिंगरेनी क्षेत्र के मंदामरी एप्पल में हुई।
यह है मामला
मंचिरयाल जिले के कोमुराजुला रामुलु, उनकी पत्नी स्वरूपा और बेटा श्रीनिवास मंदामारी के अंगदीबाजार इलाके में रहते हैं।एप्पल क्षेत्र में पानी पंप के पास रेलवे ट्रैक के पास एक शेड में बकरियों को पालता है। इस मंडी में तेजा (19) नाम का युवक चरवाहे का काम करता है। उसकी माँ एक सफ़ाई कर्मचारी के रूप में काम करती है। आठ दिन से पहले शेड से एक बकरी गायब हो गई थी। रामुलु के परिवार ने चिलुमुला किरण नाम के एक व्यक्ति पर आरोप लगाते हुए दोनों को शेड में बुलाया।
दोनों पर बकरी चुराने का आरोप लगाते हुए उल्टा लटका दिया और पिटाई की। उन्होंने उसके नीचे आग भी जला दी। जब राजमिस्त्री श्रवण को इस बारे में पता चला और उसने उससे कहा कि अगर वह तीन हजार रुपये देंगे तो उसे छोड़ दिया जाएगा। किरण ने ₹3000 देने के लिए कबूल लिया। लेकिन किरण शुक्रवार शाम से लापता थी, इसलिए उसकी छोटी बहन नित्तुरी सरिता ने शनिवार को मंदामरी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
वीडियो वायरल
यह घटना तब सामने आई जब पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच की।युवकों को प्रताड़ित और मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इससे सतर्क हुई पुलिस ने बकरियों के मालिक रामुलु और स्वरूपा के बेटे श्रीनिवास समेत हमले में मदद करने वाले दो अन्य लोगों के खिलाफ एससी और एसटी का मामला दर्ज किया। घटना आठ दिन पहले 2 सितंबर को सामने आई थी। जहां तेजन को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, वहीं दलित युवक किरण की गुमशुदगी सनसनी बन गई। एसीपी सदैया ने कहा कि किरण का पता लगाने के लिए चार टीमें गठित की गई हैं और तलाशी अभियान चलाया गया है। किरण और तेजा पर हमला करने वाले आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है।
desh dunia
वंदे भारत ट्रेन के सामने जा गिरीं MLA
वेबडेस्क, महाराष्ट्र खबर24
आगरा-बनारस वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने का कार्यक्रम अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ गया. ट्रेन को झंडी दिखाते समय भाजपा की इटावा सदर विधायक सरिता भदौरिया वंदे भारत ट्रेन के सामने जा गिरीं.
desh dunia
अब आपको नहीं लगाने होंगे डॉक्टरों के चक्कर
हर डॉक्टर की होगी यूनिक ID
वेबडेस्क, महाराष्ट्र खबर24
अब आपको सही इलाज के लिए डॉक्टरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है. क्योकि हर डॉक्टर की यूनिक आईडी होगी जिससे आपको उस डॉक्टर के बारे में सारी जानकारी उपलब्ध होगी. इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि बीमारी का सही इलाज हो सकेगा. आपको भटकना नहीं पड़ेगा.देश में अब हर डॉक्टर की एक अलग पहचान होगी. उन्हें एक यूनिक आईडी नंबर दिया जाएगा. सरकार ने सभी डॉक्टरों के लिए नेशनल मेडिकल रजिस्टर (एनएमआर) में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है. डॉक्टरों को MBBS सर्टिफिकेट, रजिस्ट्रेशन और आधार कार्ड सबमिट करना होगा. इस पोर्टल को नेशनल मेडिकल कमीशन ने तैयार किया है.
इसलिए पड़ी जरूरत
नेशनल मेडिकल कमीशन के एक अधिकारी के मुताबिक, आज तक हमारे पास ऐसा कोई डेटा नहीं था, जो यह बता सके कि देश में कुल कितने डॉक्टर हैं. हालांकि, एक अनुमानित संख्या है, लेकिन सही आंकड़े अब पता चलेंगे. इसके अलावा कितने डॉक्टरों ने देश छोड़ दिया. कितने डॉक्टरों का लाइसेंस रद्द हुआ. कितने डॉक्टरों की जान गई. ये सारी जानकारी अब एक पोर्टल पर दिखेगी. अधिकारी के मुताबिक, करीब 13 लाख से ज्यादा डॉक्टर इससे जुड़ सकते हैं.
रजिस्ट्रेशन शुरू, आप भी देख सकेंगे
डेटा नेशनल मेडिकल कमीशन के सचिव डॉ. बी श्रीनिवास ने कहा, पोर्टल पर तत्काल प्रभाव से डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन शुरु हो गया है. इसमें कुछ डेटा आम लोगों को दिखाई देंगा. बाकी जानकारी नेशनल मेडिकल कमीशन, स्टेट मेडिकल काउंसिल, नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जॉमिनेशन, एथिक्स एंड मेडिकल रजिस्ट्रेशन बोर्ड और मेडिकल इंस्टीट्यूट को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार दिखाई देंगे.
desh dunia
सजा माफ कराने वकीलों के झूठ से हलाकान सुप्रीम कोर्ट
जताई नाराजगी, कहा- हमारा विश्वास हिल गया है
वेब डेस्क, महाराष्ट्र खबर 24.दोषियों की सजा माफी और समय से पहले रिहाई कराने के लिए अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट में झूठे बयान दे रहे हैं. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की है. कोर्ट ने कहा कि लगातार इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं. इससे हमारा विश्वास हिल गया है. न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति आॅगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने कहा कि पिछले तीन हफ्तों में उनके सामने ऐसे कई मामले आए हैं जहां दलीलों में गलत बयान दिए गए.पीठ ने अपने आदेश में कहा कि अदालत में सजा में छूट न दिए जाने की शिकायत को लेकर बड़ी संख्या में याचिकाएं दायर की जा रही हैं. पिछले तीन सप्ताह में यह सातवां मामला हमारे सामने आया है, जिसमें दलीलों में गलत बयान दिए गए हैं. शीर्ष अदालत में पीठ के सामने रोज 60-80 मामले दर्ज होते हैं. जजों के लिए हर मामले के प्रत्येक पेज को पढ़ना संभव नहीं है. फिर भी हर मामले को करीब से देखा जाता है.
भरोसे पर काम करता है सिस्टम
पीठ ने कहा कि हमारा सिस्टम विश्वास पर काम करता है. जब हम मामलों की सुनवाई करते हैं तो हम बार के सदस्यों पर भरोसा करते हैं. लेकिन जब हमारे सामने इस तरह के मामले आते हैं, तो हमारा विश्वास हिल जाता है. कोर्ट ने कहा कि एक मामले में छूट की मांग के लिए दायर रिट याचिका में न केवल गलत बयान दिए गए हैं, बल्कि अदालत के समक्ष एक गलत बयान दिया गया. पीठ ने कहा कि समयपूर्व रिहाई के लिए आदेश मांगने वाली याचिका में अपराध की प्रकृति बहुत ही महत्वपूर्ण विचार है. कोर्ट ने दिल्ली सरकार को निर्देश दिया कि वह छूट के लिए मामलों को देखे और इसके बाद आदेश पारित करे.
दो उदाहरण भी दिए
1- याचिकाकतार्ओं के एडवोकेट ने जेल अधिकारियों को संबोधित 15 जुलाई, 2024 के ईमेल में झूठे बयान दोहराए. वकील इस स्थिति से अवगत थे. लेकिन 19 जुलाई, 2024 को एक गलत बयान दिया गया कि सभी याचिकाकतार्ओं सजा की अवधि समाप्त नहीं हुई है. याचिका में कहा गया था कि चार याचिकाकतार्ओं ने एक मामले में 14 साल की सजा बिना छूट के काट ली है. जबकि मामले में दिल्ली सरकार ने हलफनामा दायर किया था कि चार में से दो कैदियों ने सजा में छूट पाने के लिए 14 साल की सजा पूरी नहीं की है. पीठ ने कहा कि याचिका में गलत बयान दिया गया कि सभी चार याचिकाकतार्ओं ने वास्तविक 14 साल की सजा काट ली है.
2-हत्या के आरोप में दोषी पाए गए पांच अपराधियों को लेकर भी कोर्ट में गलत बयान दिए गए. याचिका में कहा गया था कि पांचों दोषियों को हत्या के आरोप में दोषी पाया गया है. जबकि अदालत ने पाया कि उनमें से दो को अन्य अपराधों के लिए भी दोषी ठहराया गया. एक को शस्त्र अधिनियम के तहत दोषी ठहराया गया था और दूसरे को फिरौती के लिए अपहरण और सबूत नष्ट करने के अपराध के लिए भी दोषी ठहराया गया था.
-
kaam ki baat2 years ago
LPG पर 1 साल और मिलेगी सब्सिडी
-
desh dunia2 years ago
बिल नहीं फाड़ते तो बच जाते!
-
Featured1 year ago
2024 MG Astor 9.98 लाख रुपए में हुई लॉन्च
-
nagpur samachar1 year ago
संघर्ष ही जीवन, बांटें सुख : डिडवानिया
-
Featured12 months ago
सीहोर में बनी फिल्म ‘व्हाट-ए-किस्मत’ 1 मार्च को होगी रिलीज
-
maharashtra3 years ago
महाराष्ट्र में गर्मी का कहर, लू से 25 लोगों की हुई मौत, चंद्रपुर सबसे गर्म
-
desh dunia1 year ago
राम मंदिर में लगे सोने के गेट की पहली तस्वीर देखी आपने?
-
VIDHARBH2 years ago
विदर्भ के रंग में रंगे राहुल गांधी